बेंगलुरू। भारतीय वायुसेना का मिराज 2000 विमान शुक्रवार को परीक्षण उड़ान के दौरान क्रैश हो गया। इसमें दोनों पायलटों की मौत हो गई। वायु सेना के अनुसार एचएएल ने हाल ही में इस विमान को अपग्रेड किया था और इसकी परीक्षण उड़ान चल रही थी।
एचएएल एयरपोर्ट पुलिस थाने के एक अधिकारी के मुताबिक दुर्घटना में एक पायलट का शव पूरी तरह झुलस गया जबकि दूसरे पायलट की हालत गंभीर थी और बाद में उसकी भी मौत हो गई।
एचएएल ने एक बयान में कहा कि हादसा शुक्रवार सुबह 10.30 बजे एक संक्षिप्त यात्रा के दौरान हुआ। विमान में धमाका होने के बाद आग की लपटें उठने लगीं और घटनास्थल पर धुआं फैल गया, जिससे यात्री और इसके आसपास रहने वाले लोग हैरान रह गए। इसके बाद अग्निशामकों और हवाई अड्डे के कर्मचारियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
दुर्घटना के बाद विमान में सवार दोनों पायलटों ने पैराशूट की मदद से छलांग लगाई, लेकिन दुर्भाग्यवश बाद में दोनों की मौत हो गई। दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दिए गए हैं। वर्ष 2012 में भी दो मिराज विमान दुर्घटनाग्रस्त हुए थे।
गौरतलब है कि 28 जनवरी को उत्तरप्रदेश के कुशीनगर में एयरफोर्स का जगुआर विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। हादसे के बाद विमान में आग लग गई थी। हालांकि विमान के पायलट ने पैराशूट के जरिए अपनी जान बचा ली थी।