प्रधानमंत्री मोदी और महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को दिल्ली में मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान कई विषयों पर चर्चा हुई। चर्चा के दौरान सीएम ठाकरे ने पीएम मोदी से मराठी भाषा को विशेष दर्ज देने की भी उनसे मांग की।
इस दौरान दोनों के बीच मराठा आरक्षण व चक्रवात राहत उपायों के लिए वित्तीय सहायता जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। उनके साथ उप मुख्यमंत्री अजित पवार और लोक निर्माण मंत्री अशोक चव्हाण भी रहे। चव्हाण मराठा आरक्षण पर मंत्रिमंडल की उपसमिति के प्रमुख हैं।
वहीं पीएम मोदी से मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि उनकी पीएम मोदी से राज्य के कई संवदेनशील मुद्दों पर चर्चा हुई है। पीएम मोदी ने राज्य की समस्याएं सुनी हैं। उद्धव ठाकरे ने बताया कि पीएम मोदी से उनकी मराठा आरक्षण पर चर्चा हुई। साथ ही मराठी भाषा को विशेष दर्ज देने की भी उनसे मांग की गई।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि पीएम मोदी से उनकी फसल बीमा को लेकर और टाउते तूफान से हुए नुकसान पर भी बात हुई है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि मेट्रो कार शेड को लेकर भी चर्चा हुई है।
इस बैठक से एक महीने से भी अधिक समय पहले सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र में नौकरियों एवं शिक्षा में मराठा समुदाय के लोगों को आरक्षण देने से संबंधित 2018 का आरक्षण कानून खारिज कर दिया था। वालसे पाटिल ने पहले जानकारी दी थी कि प्रधानमंत्री के साथ बैठक के दौरान ठाकरे मराठा आरक्षण, चक्रवात ताउते राहत उपायों के लिए वित्तीय सहायता, जीएसटी रिफंड जैसे विषयों पर चर्चा होनी है।
इस बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने सोमवार शाम को ठाकरे से मुलाकात की। पिछले एक पखवाड़े में पवार की ठाकरे के साथ यह दूसरी बैठक है।