Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia

मध्य प्रदेश सरकार को सुप्रीम कोर्ट की फटकार, 10 लाख का जुर्माना लगाया

महिला को संविदा शाला शिक्षक ग्रेड-3 या समकक्ष पद पर नियुक्ति के दिए आदेश

मध्य प्रदेश सरकार को सुप्रीम कोर्ट की फटकार, 10 लाख का जुर्माना लगाया

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

नई दिल्ली , शनिवार, 4 मई 2024 (00:01 IST)
Supreme Court rebuke to Madhya Pradesh government: उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश सरकार और इसके अधिकारियों की मनमानी एवं अड़ियल रवैये को लेकर उन्हें फटकार लगाई तथा निर्देश दिया कि एक महिला को ‘संविदा शाला शिक्षक ग्रेड-3’ या समकक्ष पद पर 60 दिन के अंदर नियुक्त किया जाए।
 
10 लाख का जुर्माना लगाया : शीर्ष अदालत ने उल्लेख किया कि महिला ने अगस्त 2008 में ‘संविदा शाला शिक्षक ग्रेड-3’ में चयन के लिए परीक्षा उत्तीर्ण की थी, लेकिन उसे कोई नियुक्ति पत्र नहीं जारी किया गया। न्यायालय ने मप्र सरकार पर 10 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया और कहा कि 60 दिनों के अंदर यह रकम महिला को अदा की जाए। ALSO READ: सुप्रीम कोर्ट: सात फेरों के बिना वैध नहीं हिंदू विवाह
 
सरकार का दुर्भावनापूर्ण रवैया : न्यायमूर्ति बीआर गवई और न्यायमूर्ति संदीप मेहता ने कहा कि यह एक ऐसा मामला है, जिसमें राज्य सरकार और उसके अधिकारियों के अड़ियल, मनमाने, दुर्भावनापूर्ण रवैये के कारण अपीलकर्ता को लंबी कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ी। ALSO READ: ममता सरकार को बड़ी राहत, सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षक भर्ती घोटाले की CBI जांच पर लगाई रोक
 
पीठ ने अपने फैसले में कहा कि 31 अगस्त 2008 को संविदा शाला शिक्षक ग्रेड-3 पद के लिए आयोजित चयन परीक्षा उत्तीर्ण करने के बावजूद, अपीलकर्ता (स्मिता श्रीवास्तव) को उसकी सफलता का फल नहीं मिला। न्यायालय ने श्रीवास्तव की अपील पर अपना फैसला सुनाया, जिन्होंने मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय द्वारा मई और अगस्त 2022 में जारी किए गए आदेशों को चुनौती दी थी। ALSO READ: सुप्रीम कोर्ट ने दी अहम सलाह, सहनशीलता और सम्मान एक अच्छे विवाह की नींव (भाषा) 
Edited by: Vrijendra Singh Jhala

Share this Story:

Follow Webdunia gujarati

આગળનો લેખ

दलित नहीं था रोहित वेमुला, क्लोजर रिपोर्ट में पुलिस का दावा