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Lok Sabha Election 2024: क्या है 4M जिस पर चुनाव आयोग है सख्त

बाहुबल से लेकर गलत सूचना तक के लिए सख्त हुआ चुनाव आयोग

WD News Desk
Lok Sabha Election 2024
  • चुनाव आयोग इस बार बाहुबलियों पर हुई सख्त।
  • लोकसभा चुनाव ने नहीं चलेगी पैसे की तागत।
  • एमसीसी उल्लंघन करने पर सक्त करवाई हो सकती है।
Lok Sabha Election 2024: भारत में 18वीं लोकसभा के लिए चुनाव की तारीखों की घोषणा हो चुकी है। इस साल चुनाव आयोग 4M के लिए काफी सख्त है। इन 4 एम में बाहुबल  (Muscle), पैसा (Money), गलत सूचना (Misinformation) और एमसीसी उल्लंघन (MCC violations) के लिए कड़े नियम निर्धारित किए हैं।  मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने  बताया कि आयोग चुनाव में खून-खराबा व धनबल का दुरुपयोग नहीं होने देंगे। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर गलत सूचना के प्रति भी कड़ी नज़र रखी जाएगी। ALSO READ: Lok Sabha Election 2024 Date LIVE: 7 चरणों में होंगे लोकसभा के चुनाव, 19 अप्रैल से पहले चरण की वोटिंग, 4 जून को नतीजे

प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग ने 4M पर सख्त ध्यान देने की बात की है। चुनाव आयोग ने बाहुबल के इस्तेमाल के खिलाफ चेतावनी दी। मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने कहा कि अगर मतदान के दौरान कहीं भी हिंसा होती है तो हम निर्दयी होंगे। स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने में कठिन चुनौतियां चार गुना हैं और वो हैं 4M बाहुबल (Muscle), पैसा (Money), गलत सूचना (Misinformation) और एमसीसी उल्लंघन (MCC violations)।
 
बाहुबल (Muscle):
राजीव कुमार ने कहा कि आयोग चुनाव में खून-खराबा नहीं होने देंगे। महात्मा गांधी का हवाला देते हुए कुमार ने कहा कि शांति शाश्वत है जबकि हिंसा से कुछ भी हल नहीं होता। समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए डीएम और एसपी को सख्त निर्देश दिए गए हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि सीएपीएफ को पर्याप्त रूप से तैनात किया जाएगा और प्रत्येक जिले में एकीकृत नियंत्रण कक्षों द्वारा सहायता प्रदान की जाएगी।
 
पैसा (Money):
इसके अलावा कुछ राज्यों में बाहुबल के मुद्दे हैं, जबकि अन्य में धन बल के मुद्दे हैं। कई राज्यों में धन के ज़रिए चुनाव जीतने की कोशिश की जाती है। इस पर राजीव कुमार ने कहा कि 'हम धनबल का दुरुपयोग नहीं होने देंगे।' सीईसी ने खुलासा किया कि 2022-23 के दौरान पिछले 11 राज्यों के चुनावों में धन की जब्ती 835% बढ़कर 3,400 करोड़ रूपए हो गई। चुनाव आयोग शराब और अन्य मुफ्त चीजों के रूप में धन के दुरुपयोग को रोकने के लिए कोस्ट गार्ड, जीएसटी और पुलिस जैसी विभिन्न एजेंसियों के साथ समन्वय कर रहा है।
गलत सूचना (Misinformation):
इसके साथ ही फर्जी खबरों पर सीईसी ने कहा कि आज के डिजिटल युग में गलत सूचना से बचना बहुत मुश्किल है। गलत सूचना से बचने के लिए हमनें कुछ उपाय किए हैं जिससे गलत सूचनाओं को शुरुआत में ही खत्म कर दिया जाए। हम फर्जी खबरों को खारिज करने में सक्रिय हैं। फर्जी खबरों से मौजूदा कानूनों के अनुसार सख्ती से निपटा जाएगा।
 
एमसीसी उल्लंघन (MCC violations):
सीईसी ने राजनीतिक दलों को एक सलाह जारी करते हुए उनसे व्यक्तिगत हमलों और अभद्र भाषा से परहेज करने का आग्रह किया। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की भड़काऊ या गलत इनफार्मेशन वाली पोस्ट पर भी सख्त नज़र राखी जाएगीसीईसी ने राजनीतिक दलों को एक सलाह जारी करते हुए उनसे व्यक्तिगत हमलों और अभद्र भाषा से परहेज करने का आग्रह किया।

इसके साथ ही देश में आचार संहिता भी लागू हो गई है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, दोनों चुनाव आयुक्तों ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू ने इस कॉन्फ्रेंस ने शुरुआत की है। 
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