नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में टिड्डियों के हमले का मुकाबला करने के लिए नए-नए अविष्कारों पर ध्यान दिया जा रहा है। साथ ही, इसने यह भी याद दिलाया है कि एक छोटा-सा जीव कितना बड़ा नुकसान कर सकता है।
प्रधानमंत्री ने अपने रेडियो संबोधन ‘मन की बात’ में कहा कि एक तरफ जहां पूर्वी भारत तूफान (चक्रवात) से आई आपदा का सामना कर रहा है, वहीं दूसरी ओर, देश के कई हिस्से टिड्डियों के हमले से प्रभावित हुए हैं। इन हमलों ने फिर हमें याद दिलाया है कि ये छोटा-सा जीव कितना (बड़ा) नुकसान कर सकता है।
उन्होंने इस बात का जिक्र किया कि टिड्डी दल का हमला कई दिनों तक चलता है, बहुत बड़े क्षेत्र पर इसका प्रभाव पड़ता है।
मोदी ने कहा कि चाहे वह भारत सरकार हो, राज्य सरकार हो, कृषि विभाग हो, या फिर प्रशासन ही क्यों न हो, सभी इस संकट के नुकसान से बचने तथा किसानों की मदद करने के लिए आधुनिक संसाधनों का भी उपयोग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नए-नए अविष्कारों की तरफ भी ध्यान दिया जा रहा है। मुझे विश्वास है कि हमारे कृषि क्षेत्र पर जो यह संकट आया है, उससे हम सब मिलकर लोहा लेंगे और बहुत कुछ बचा लेंगे।
टिड्डियों का दल पाकिस्तान से पिछले महीने राजस्थान में घुसा था और फिर यह तेज हवाओं के चलते पश्चिमी राज्यों के इलाकों में फैल गया। टिड्डियों के हमले में राजस्थान के 20 जिलों में करीब 90,000 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र प्रभावित हुआ है।
टिड्डियों के दल श्रीगंगानगर, नागौर, जयपुर, दौसा, करौली और सवाई माधोपुर जिलों से उत्तरप्रदेश तथा मध्यप्रदेश की ओर गए।
उत्तरप्रदेश में कृषि विभाग के कर्मियों ने झांसी के मोठ और गरौठा इलाकों में तथा पिछले हफ्ते सोनभद्र जिले में टि्डिडयों के दल को निशाना बनाया। (भाषा)