नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम के पुत्र कार्ति चिदंबरम आईएनएक्स मीडिया धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश हुए।
ईडी ने कार्ति को इस मामले के जांच अधिकारी (आईओ) के समक्ष पेश होने का समन भेजा था। इससे पहले के 2 मौकों पर उनके अधिकृत प्रतिनिधि ने आईओ से मुलाकात की थी। इसके बाद केंद्रीय जांच एजेंसी ने उनसे खुद पेश होने को कहा था।
समझा जाता है कि जांच एंजेसी कार्ति से सीधे प्रश्न पूछना चाहती है इसीलिए वह चाहती है कि कार्ति खुद पेश हों। जांच एजेंसी ने पिछले वर्ष मई में उनके और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
एजेंसी ने सीबीआई की शिकायत के नामजद आरोपियों के खिलाफ ईसीआईआर दर्ज की। प्रवर्तन निदेशालय की ईसीआईआर पुलिस की प्राथमिकी के समकक्ष होती है। ईडी की ईसीआईआर में कार्ति, आईएनएक्स मीडिया और इसके निदेशकों पीटर तथा इन्द्राणी मुखर्जी शामिल है। सीबीआई की शिकायत में भी इन आरोपियों के नाम हैं।
धनशोधन की रोकथाम कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के अनुसार ईसीआईआर दर्ज की गई थी। इससे पहले सीबीआई ने जांच के सिलसिले में 4 शहरों में कार्ति के घरों तथा कार्यालयों में तलाशी ली थी।
कार्ति पर आरोप है कि उन्होंने कर संबंधी जांच से बचने के लिए पीटर तथा इन्द्राणी मुखर्जी के स्वामित्व वाली एक मीडिया कंपनी से कथित तौर पर धन लिया था। कार्ति और उनके पिता ने अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों से इंकार किया है। (भाषा)