नई दिल्ली। भाजपा विधायक सुरेश कुमार ने दावा किया है कि राज्यपाल ने भाजपा को कर्नाटक में सरकार बनाने का न्योता दिया है। सुरेश कुमार के मुताबिक कल सुबह 9.30 बजे येदुरप्पा का शपथ ग्रहण होगा। उन्होंने ट्विटर पर लिखा- बीएस येदुरप्पा कल सुबह 9.30 बजे राजभवन में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस सुख की घड़ी में भाग लेने के लिए बड़ी संख्या में जुड़ें। हालांकि इस बारे में आधिकारिक रूप से राज्यपाल की तरफ से बयान नहीं आया है।
कांग्रेस ने कर्नाटक भाजपा के प्रवक्ता के इस दावे को ‘चौंकाने वाला' बताया कि बीएस येदियुरप्पा को कल शपथ दिलाई जाएगी। इसके साथ कांग्रेस ने कहा कि यह लोकतंत्र की 'हत्या' करने, संविधान को 'कुचलने’तथा सभी परंपराओं की अनदेखी किए जाने के समान होगा। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यह भी कहा कि बहुमत को भाजपा और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की ‘मनमर्जी’ से नियंत्रित नहीं किया जा सकता।
सुरजेवाला ने ट्विटर पर कहा कि अगर यह सच है तो चौंकाने वाला है ? यह लोकतंत्र की हत्या , संविधान को कुचलने और सभी परंपराओं की अनेदखी के समान होगा। भाजपा और मोदी सरकार की मनमर्जी से बहुमत को कमजोर नहीं किया जा सकता है। वे सुरेश कुमार द्वारा कन्नड़ में लिखे गए एक ट्वीट पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे। कुमार ने ट्वीट किया कि बीएस येदियुरप्पा कल सुबह 9.30 बजे राज भवन में मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। हम सभी इस अवसर पर एकत्र हों। कर्नाटक भाजपा ने भी इस बारे में ट्वीट किया लेकिन दोनों पोस्ट को बाद में हटा दिया गया। इस बीच राजभवन से कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया है।
येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण को लेकर किया गया ट्वीट हटाया : कर्नाटक भाजपा के वरिष्ठ नेता और पार्टी के प्रवक्ता सुरेश कुमार ने आज एक ट्वीट में दावा किया कि भाजपा के विधायक दल के नेता बीएस येदियुरप्पा कल मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। हालांकि उन्होंने बाद में यह ट्वीट हटा दिया।
कुमार ने रात करीब आठ बजे कन्नड़ में एक ट्वीट किया, ‘बीएस येदियुरप्पा कल सुबह साढ़े नौ बजे राजभवन में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। खुशी के इस अवसर पर हम सभी लोग एकत्र हों।’हालांकि एक घंटे के भीतर ही यह ट्वीट हटा लिया गया। कर्नाटक भाजपा के अधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी कल येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण की बात ट्वीट की गई लेकिन बाद में इसे हटा दिया गया। विधानसभा चुनाव में खंडित जनादेश मिलने के बाद चुनाव बाद हुए जद (एस)-कांग्रेस गठबंधन तथा भाजपा दोनों ने सरकार बनाने का दावा पेश किया है।
भाजपा पर खरीद-फरोख्त का आरोप : कर्नाटक में सत्ता के लिए रस्साकशी तेज होने के साथ भाजपा और जद(एस)-कांग्रेस गठजोड़ दोनों ने सरकार के गठन का दावा पेश किया जबकि गठजोड़ के नेता एचडी कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि भाजपा ने उनके विधायकों को तोड़ने और सरकार गठन के लिए उनका समर्थन हासिल करने के लिए 100 करोड़ रुपए की रिश्वत की पेशकश की है।
हालांकि भाजपा ने आरोपों से इंकार किया है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आरोपों को ‘काल्पनिक’बताया। निवर्तमान मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जोरदार हमला करते हुए आरोप लगाया कि बहुमत से थोड़ा पीछे रहने के बावजूद वह राज्य की सत्ता में भाजपा की वापसी सुनिश्चित करने के लिए ‘विधायकों की खरीद फरोख्त’को बढ़ावा दे रहे हैं। भाजपा के बी एस येदियुरप्पा और जद (एस) के कुमारस्वामी को उनकी पार्टी में विधायक दल का नेता चुना गया और वे सरकार के गठन का दावा पेश करने के लिए राजभवन गए। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में खंडित जनादेश आया।