उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के दिग्गज नेताओं में शुमार रहे कल्याण सिंह का शनिवार को निधन हो गया। 89 वर्षीय कल्याण सिंह काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्होंने लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में अंतिम सांस ली। सिंह राजस्थान के राज्यपाल भी रहे थे।
कल्याण सिंह को 4 जुलाई को नाजुक अवस्था में पीजीआई शिफ्ट किया गया था। कल्याण सिंह की बिगड़ी सेहत की खबर पाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर का दौरा रद्द करके पीजीआई पहुंचे थे।
17 जुलाई को सांस लेने में तकलीफ बढ़ने पर कल्याण सिंह को ऑक्सीजन सपोर्ट दिया गया। अगले दिन फेफड़ों को जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन न मिलने पर 18 जुलाई को गले में नली (नॉन इनवेसिव वेंटिलेशन) डाली गई। ज्यादा दिक्कत बढ़ने पर 21 जुलाई को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया।
दो बार रहे यूपी के मुख्यमंत्री : उत्तर प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह का जन्म 5 जनवरी 1932 को अलीगढ़ जिले के एक छोटे से गांव माधोली में हुआ था। सिंह की प्रारंभिक शिक्षा अलीगढ़ में हुई। उन्होंने स्थानीय महाविद्यालय से बीए की डिग्री हासिल की। युवावस्था में कबड्डी खेलना उन्हें बेहद पसंद था।
कल्याण सिंह 1967 में पहली बार विधायक बने। जून 1991 में भाजपा की शानदार जीत के बाद वे उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री बने। अयोध्या के विवादित ढांचे के विध्वंस के बाद कल्याण सिंह हमेशा सुर्खियों में रहे। इस घटना के समय कल्याण उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। 1997 में एक बार फिर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। मोदी सरकार के आने के बाद कल्याण सिंह को राजस्थान और हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया।