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मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
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जज के 'फैसले' ने बचाईं तीन जिंदगियां, बेटे का लिवर और किडनियां दान कर दीं

जज के 'फैसले' ने बचाईं तीन जिंदगियां, बेटे का लिवर और किडनियां दान कर दीं
नई दिल्ली। एडिशनल सेशन जज कृष्णकांत शर्मा ने मंगलवार को जो फैसला लिया, वह मर्मस्पर्शी तो था ही साथ-साथ पूरे देश के लिए मिसाल भी बन गया, जिसमें उन्होंने अपने 18 साल के इकलौते बेटे ध्रुव की मौत के बाद उसके शरीर के 3 महत्वपूर्ण अंगों को दान करके तीन मासूमों को नई जिंदगी दे दी। सिरफिरे गनर महिपाल की गोलियों ने 13 अक्टूबर को पहले जज साहब की पत्नी रितु को उनसे जुदा किया था और आज सुबह 4 बजे बेटे ने जिंदगी की आखिरी सांस ली...
 
 
खुद की दुनिया लुटाकर 3 लोगों की दुनिया आबाद की : जज कृष्णकांत शर्मा की जिंदगी भले ही वीरान हो गई हो और भले ही पूरी दुनिया लुट गई हो, लेकिन उन्होंने अपने बेटे की दोनों किडनियां और लिवर को दान करके मौत के मुंह में जा रहे 3 लोगों को नया जीवन दे दिया। उनका ये फैसला सोशल मीडिया में सुर्खियां बटोर रहा है और लोग उनकी इस दिलेरी की दाद देते नहीं थक रहे हैं।
 
पत्नी रितु ने घटना स्थल पर ही दम तोड़ दिया था : जिंदगी और मौत से लड़ रहे कृष्णकांत शर्मा के बेटे ध्रुव को हरियाणा पुलिस के सिपाही महिपाल ने गुड़गांव से गुरुग्राम बन चुके शहर के सेक्टर 51 की मशहूर आर्केडिया मार्केट में दिनदहाड़े 3 गोलियां मारी थीं, जबकि पत्नी रितु को 2 गोलियों से छलनी कर दिया था।

भीड़भाड़ वाले इस इलाके में यह हादसा दोपहर 3 बजकर 15 मिनट पर हुआ था। 45 वर्षीय रितु ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया था, जबकि ध्रुव को अस्पताल पहुंचाया गया था। कोमा में जाने के बाद 18 साल के ध्रुव को ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया। इसके बाद ही अंगदान का फैसला लिया गया।
 
सिर में गोली लगने से आंखें नहीं हो सकीं दान : डॉक्टरों ने ध्रुव को तड़के 4 बजे मृत घोषित कर दिया। चूंकि महिपाल की गोली उसके सिर में लगी थी, लिहाजा आंखों का दान नहीं किया जा सका। ध्रुव का हार्ट भी इस्तेमाल करने लायक नहीं बचा था वरना जज साहब उसे भी दान कर देते। उन्होंने अपनी पत्नी के ऑर्गन्स भी डोनेट किए थे।
 
तमाशबीन वीडियो बना रहे थे और वह खून में लथपथ तड़प रहा था : पुलिसवर्दी में अपनी बंदूक से 5 गोलियां दागने के बाद महिपाल बड़बड़ाता हुआ वहां से चला गया था। जब 3 गोलियां लगने से खून में लथपथ ध्रुव जमीन पर तड़प रहा था, तब वहां कई लोग बजाय उसे अस्पताल पहुंचाने के तमाशा देखते रहे। हद तो तब हो गई, जब उनमें से कई लोग घटना का वीडियो बनाते रहे। हालांकि बाद में कुछ लोगों ने इंसानियत भी दिखाई और ज़िंदगी के लिए तड़प रहे ध्रुव के सिर पर रुमाल लगाकर खून को रोकने की कोशिश भी की। 
 
रक्षक बना भक्षक पुलिस की गिरफ्त में : इस सनसनीखेज घटना को अंजाम देने वाले रक्षक से भक्षक बने महिपाल ने न केवल जज कृष्णकांत शर्मा को इस बारे में जानकारी दी, बल्कि हरियाणा के महेन्द्रगढ़ में फोन करके पत्नी और माता-पिता को भी अपनी करतूत की जानकारी दी।

पुलिस ने महिपाल को गुड़गांव फरीदाबाद रोड से गिरफ्तार कर लिया है। वह पिछले 12 सालों से हरियाणा पुलिस में है और उसे जज साहब की सुरक्षा करने के लिए तैनात किया गया था। अभी तक यह पहेली ही है कि आखिर उसने ये हत्याएं क्यों कीं? (वेबदुनिया न्यूज) 

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