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Weather Updates: दिल्ली में यमुना खतरे के निशान के ऊपर, मुंबई में भारी बारिश की चेतावनी

Weather Updates: दिल्ली में यमुना खतरे के निशान के ऊपर, मुंबई में भारी बारिश की चेतावनी
नई दिल्ली , गुरुवार, 20 जुलाई 2023 (09:00 IST)
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) और ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में पिछले 2 दिन में हुई बारिश के बीच दिल्ली में यमुना (Yamuna) का जलस्तर बुधवार सुबह एक बार फिर खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर गया। यमुना का जलस्तर करीब 12 घंटे पहले ही खतरे के निशान से नीचे गया था। आईएमडी (IMD) ने मुंबई में भारी बारिश की चेतावनी दी है।
 
केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के आंकड़ों के अनुसार शाम 6 बजे यमुना का जलस्तर 205.80 मीटर तक पहुंच गया जिसके गुरुवार तड़के 4 बजे तक घटकर 205.45 मीटर होने का अनुमान है। हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी की प्रवाह दर में मंगलवार अपराह्न मामूली वृद्धि देखी गई, जो 50,000 से 60,000 क्यूसेक के बीच थी।
 
प्रवाह दर बुधवार सुबह 7 बजे तक घटकर 39,000 के आस-पास रही। 1 क्यूसेक का मतलब 28.32 लीटर प्रति सेकंड पानी होता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 22 जुलाई तक उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश की अलग-अलग जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है।
 
यमुना नदी का जलस्तर मंगलवार रात 8 बजे खतरे के निशान 205.33 से नीचे हो गया था, जो जोरदार बारिश के बाद बीते 8 दिन से खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी। जलस्तर के फिर से बढ़ने से पहले बुधवार तड़के 5 बजे यमुना में जलस्तर 205.22 मीटर था। जलस्तर बढ़ने की वजह से राजधानी के जलमग्न निचले इलाकों में रह रहे प्रभावित लोगों के पुनर्वास कार्यों की गति धीमी हो सकती है और उन्हें ज्यादा वक्त तक राहत शिविरों में रहना पड़ सकता है।
 
जलस्तर बढ़ने से पानी की आपूर्ति पर भी असर पड़ सकता है, जो वजीराबाद के एक पंप हाउस में पानी भर जाने की वजह से बीते 4-5 दिन तक प्रभावित थी और मंगलवार को ही सामान्य हुई थी। यह पंप हाउस वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला जल शोधन संयंत्रों को पानी की आपूर्ति करता है, जो मिलकर राजधानी में 25 प्रतिशत पानी की आपूर्ति करते हैं।
 
गौरतलब है कि ओखला जल शोधन संयंत्र ने शुक्रवार को चंद्रावल ने रविवार को और वजीराबाद ने मंगलवार को काम करना शुरू कर दिया। दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के एक अधिकारी ने मंगलवार शाम को कहा कि पल्ला में नदी के बाढ़ क्षेत्र में कुछ ट्यूबवेल में पानी भर जाने के कारण प्रतिदिन केवल 10-12 मिलियन गैलन पानी की कमी हुई है।
 
डीजेबी पल्ला बाढ़ के मैदानों में स्थापित ट्यूबवेल से प्रतिदिन लगभग 30 मिलियन गैलन पानी निकालता है। गुरुवार को 208.66 मीटर के शिखर पर पहुंचने के बाद यमुना का जलस्तर धीरे-धीरे कम हो रहा था। बहरहाल, सोमवार को जलस्तर में मामूली वृद्धि हुई थी लेकिन जलस्तर में फिर से कमी होनी शुरू हो गई थी।
 
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मुंबई समेत महाराष्ट्र में भारी बारिश की संभावना : मौसम विभाग द्वारा मुंबई और आसपास के जिलों में बारिश की अलर्ट के मद्देनजर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्कूलों में छुट्टियों की घोषणा की है। मुंबई में और आसपास के जिलों में पिछले 3 दिनों से लगातार बारिश हो रही है। बुधवार को मुंबई और आसपास के ठाणे और पालघर जिलों में भारी बारिश हुई जिससे जलजमाव और यातायात संकट पैदा हो गया है।
 
इसको लेकर सीएम शिंदे ने गुरुवार को मुंबई, ठाणे, रायगढ़ और पालघर में स्कूलों की छुट्टियों की घोषणा की है। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कई जिलों में इस सप्ताह के दौरान और भारी बारिश की चेतावनी दी है। आईएमडी के अनुसार महाराष्ट्र के कई जिलों सहित पश्चिमी भारत में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी, कुछ क्षेत्रों में रविवार तक अलग-अलग इलाकों में 'भारी से बहुत भारी' बारिश होगी।
 
आईएमडी मुंबई ने यह भी चेतावनी दी कि अगले 24 घंटों में 'कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश' की संभावना के साथ शहर और उपनगरों में भारी बारिश होने की संभावना है। इस बीच, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्थिति को देखते हुए गुरुवार को मुंबई, ठाणे, रायगढ़ और पालघर जिलों के स्कूलों में छुट्टियों की घोषणा की।
 
ठाणे को रविवार तक शेष दिनों के लिए येलो अलर्ट पर रखा गया है। मौसम विभाग ने सप्ताहांत तक शहर में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना जताई है। महाराष्ट्र के अन्य जिलों में अकोला, अमरावती, भंडारा, बुलदाना, चंद्रपुर, गढ़चिरौली गोंदिया, नागपुर, वाशिम शामिल हैं जिन्हें रविवार तक 'येलो' अलर्ट पर रखा गया है। आईएमडी ने कहा कि इन क्षेत्रों में बिजली गिरने, तेज हवाओं और अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश के साथ तूफान आने की संभावना है।
 
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हिमाचल प्रदेश के चंबा में भारी बारिश : हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के सलूणी उपमंडल के हिस्सों में बुधवार को भारी बारिश से आवासों, दुकानों और गौशालाओं को नुकसान पहुंचा है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस दौरान किसी की मृत्यु की कोई सूचना नहीं है।
 
चंबा के उपायुक्त अपूर्व देवगन ने बताया कि सलूणी गांव में बारिश से 8 पक्के मकान, 11 कच्चे मकान, 4 दुकानें और 16 गौशालाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। उन्होंने बताया कि तिलका और देवारी गांवों में परिवारों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है। बारिश से जिले में भूस्खलन की घटनाएं भी हुई हैं और मरम्मत का कार्य चल रहा है।
 
स्थानीय मौसम विभाग केंद्र के अनुसार चंबा में बुधवार शाम को बीते 24 घंटों में 5 बजकर 30 मिनट तक 58 मिलीमीटर बारिश हुई। राज्य आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र के अनुसार हिमाचल प्रदेश को 24 जून को आए मानसून से 4,809 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है और इस दौरान बारिश से जुड़े हादसों एवं सड़क दुर्घटनाओं में कम से कम 130 लोगों की जान चली गई।
 
आंकड़ों के अनुसार राज्य में 735 सड़कें बंद हैं। शिमला मौसम विभाग केंद्र के अनुसार हिमाचल प्रदेश में बुधवार को कुछ हिस्सों में हल्की से भारी बारिश हुई, वहीं धर्मशाला में सबसे अधिक 126 मिमी बारिश हुई। मौसम विभाग ने राज्य के कुछ हिस्सों में भारी बारिश को लेकर 'येलो' अलर्ट जारी किया है और 25 जुलाई तक बारिश होने की आशंका जताई है।
 
लगातार दूसरे दिन हुई तेलंगाना में वर्षा : तेलंगाना में बुधवार को लगातार दूसरे दिन हुई बारिश के कारण इस सीजन में अबतक कम बारिश से परेशान किसानों को बहुत राहत मिली। सरकार ने अगले कुछ दिनों में भारी वर्षा के पूर्वानुमान के मद्देनजर स्थिति से निपटने की तैयारी कर ली है।
 
भारत मौसम विज्ञान विभाग के मौसम केंद्र ने यहां बताया कि दक्षिण पश्चिम मानसून तेलंगाना के ऊपर बहुत प्रभावी रहेगा। उसने (बुधवार को सुबह 8.30 बजे) तेलंगाना की अपनी दैनिक मौसम रिपोर्ट में कहा कि भद्रादि-कोठगुडेम जिले में भारी से मूसलधार वर्षा हुई। उसने बताया कि आदिलाबाद और मुलुगू जिलों में कुछ स्थानों पर तथा कामरेड्डी, निर्मल, निजामाबाद, वारंगल और अन्य जिलों में छिटपुट स्थानों पर भारी वर्षा हुई।
 
मौसम केंद्र ने अपने मौसम पूर्वानुमान एवं किसान मौसम बुलेटिन में बताया कि बुधवार एवं गुरुवार को राज्य में अधिकतर स्थानों पर मध्यम वर्षा या गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। उसने मौसम चेतावनी में कहा कि 20 जुलाई को आदिलाबाद, कोमारम भीम, आसिफाबाद, मांचेरियल, रजन्ना सिरसिल्ला एवं अन्य जिलों में छिटपुट स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है।
 
हैदराबाद और उसके आसपास के क्षेत्रों के लिए अगले 48 घंटे के लिए जारी मौसम पूर्वानुमान में मौसम केंद्र ने बताया कि शहर में रुक-रुककर हल्की से मध्यम या कभी कभी भारी वर्षा होने की संभावना है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जून में 50 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। राज्य के नगर निगम प्रशासन मंत्री के टी. रामाराव ने अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान उन्हें अगले 2-3 दिनों में भारी वर्षा होने की स्थिति में उससे निपटने के लिए तैयारी करने का निर्देश दिया।
 
मुंबई और गुजरात में भारी बारिश की संभावना : मानसून की अक्षीय रेखा बीकानेर, कोटा, गुना, मंडला, पेंड्रा रोड, कटक और फिर दक्षिण-पूर्व की ओर पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी से गुजर रही है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी और ओडिशा तट के आसपास के हिस्सों पर बना हुआ है। इसके प्रभाव से अगले 48 घंटों में कम दबाव का क्षेत्र विकसित हो सकता है। मुंबई और गुजरात में भारी बारिश की संभावना है।
 
छत्तीसगढ़ के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर-पश्चिमी मध्यप्रदेश पर है। हरियाणा के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक पूर्व-पश्चिम कतरनी क्षेत्र 18 डिग्री उत्तर अक्षांश के साथ चल रहा है।
 
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट के अनुसार आज मुंबई और इसके आसपास के इलाकों के साथ-साथ दक्षिण गुजरात में मध्यम से भारी बारिश के साथ कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश संभव है। कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, दक्षिण मध्यप्रदेश, विदर्भ, मराठवाड़ा, तेलंगाना, दक्षिण छत्तीसगढ़, तटीय आंध्रप्रदेश, दक्षिण ओडिशा और दक्षिण पूर्व राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है।
 
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों, सिक्किम, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल, आंध्रप्रदेश आंतरिक कर्नाटक और बिहार में 1 या 2 स्थानों पर हल्की बारिश संभव है।(एजेंसियां)
 
Edited by: Ravindra Gupta

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