इंटरनेट बंद होने की ख़बरों के बीच सरकार ने दावा किया है कि भारत में किसी का इंटरनेट बंद नहीं होगा। आमजन को घबराने की आवश्यकता नहीं है। रूसी मीडिया में इस तरह की खबरें आई थीं कि मेंटेनेंस कार्यों के चलते इंटरनेट यूजर्स को परेशानी आ सकती है।
साइबर सुरक्षा से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक इंटरनेट बंद होने की खबरों का भारत से कोई लेना-देना नहीं है, भारत में इसका कोई असर नहीं होने वाला है।
क्यों आईं बंद होने की खबरें : एक रिपोर्ट के अनुसार, दी इंटरनेट कॉर्पोरेशन ऑफ असाइंड नेम्स एंड नंबर्स यानी (ICANN) नॉन प्रॉफिट प्राइवेट ऑर्गनाइजेशन डोमेन नेम की रजिस्ट्री और आइपी एड्रेस मुहैया करती है। यह ऑर्गेनाइजेशन अपनी क्रिप्टोग्राफिक की में आवश्यक बदलाव करने जा रही है। इसके कारण दुनियाभर के इंटरनेट उपभोक्ताओं को अगले 48 घंटे के अंदर मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि मुख्य डोमेन सर्वर और वेब को कंट्रोल करने वाले इन्फ्रास्ट्रक्चर को कुछ समय के लिए बंद किया जाएगा। इसके बाद यह खबर फैल गई कि दुनियाभर में इंटरनेट बंद हो जाएगा।
क्यों हो रहा है क्रिप्टोग्राफिक की में बदलाव : ICANN के मुताबिक बढ़ते साइबर हमलों को देखते हुए क्रिप्टोग्राफिक की में बदलाव किया जा रहा है। क्रिप्टोग्राफिक की डोमेन नेम सिस्टम (डीएनएस) की सुरक्षा करने में सहायता करती है। इसे इंटरनेट एड्रेस भी कहा जाता है। हालांकि आईसीएएनएन ने पहले भी कुछ टेस्ट किए हैं, ताकि कम से कम दिक्कत में रिप्लेसमेंट का काम हो जाए।
भारत के साइबर अधिकारियों के मुताबिक, भारत में इंटरनेट बंद नहीं होगा। मेंटेनेंस के काम का भारत पर असर न के बराबर रहेगा। उधर ICANN ने भी इस पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा है कि क्रिप्टोग्राफिक की में बदलाव एक दिन पहले से ही चल रहा है और अब तक इंटरनेट सेवाओं पर इसका कोई असर नहीं होगा।