नई दिल्ली। चीन के बढ़ते दबदबे और भविष्य के खतरों को देखते हुए भारत चीन के पड़ोसी देशों को मजबूत करने की रणनीति पर काम कर रहा है। इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए भारत वियतनाम को स्वदेशी मिसाइल बेच सकता है। फिलहाल इस मुद्दे पर दोनों देशों के बीच बातचीत चल रही है।
बता दें कि चीन का प्रशांत महासागर में द्वीपों के मुद्दे पर वियतनाम के साथ विवाद चल रहा है, ऐसे में भारत की वियतनाम के साथ सामरिक साझेदारी काफी मायने रखती है। सूत्रों के अनुसार भारत, वियतनाम को जमीन से हवा में मार करने वाली आकाश मिसाइल बेच सकता है। इसके अलावा भारत वियतनाम को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल और स्वदेशी पनडुब्बी रोधी टारपीडो वरुणास्त्र को भी देने की पेशकश कर चुका है।
इसके अलावा भारत, वियतनाम के फाइटर पायलटों को सुखोई 30MKI फाइटर जेट्स पर ट्रेनिंग भी दे रहा है। साथ ही वियतनाम के 9 सैनिकों को भी भारत, विशाखापट्टनम के नेवी सबमैरीन स्कूल में 2013 में ही ट्रेनिंग दे चुका है वहीं वियतनाम, भारत के साथ-साथ रूस से भी सुखोई फाइटर जेट और किलो क्लास पनडुब्बियां खरीद रहा है। (भाषा)