कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच जारी तनातनी के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि यदि बंगाल में रहना है तो बांग्ला भाषा बोलनी होगी।
भाजपा पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए ममता ने कहा कि मैं ऐसे अपराधियों को बर्दाश्त नहीं करूंगी जो बंगाल में रहते हैं और बाइक पर घूमते हैं। किसी भी सूरत में बंगाल को गुजरात नहीं बनने दिया जाएगा। यहां रहना है तो आपको बांग्ला बोलनी ही होगी। उन्होंने कहा कि जब मैं बिहार, यूपी, पंजाब जाती हूं तो वहां की भाषा बोलती हूं।
डॉक्टरों की हड़ताल के बीच मुख्यंमत्री ने कहा कि विपक्षी दल डॉक्टरों को भड़काकर सांप्रदायिक रंग दे रहे हैं। इस बीच, डॉक्टरों के इस्तीफे भी शुरू हो गए हैं। अब तक 43 डॉक्टरों के सामूहिक इस्तीफे की पुष्टि हो गई है। इस्तीफा देने वाले 43 डॉक्टरों में से 16 आरजी कार मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल कोलकाता के हैं, जबकि 27 नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल दार्जिलिंग के हैं।
कैलाश ने कहा- कुछ तो शर्म करो : भाजपा महासचिव और पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि आप प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री भी हैं। पके अहंकार के कारण पिछले चार दिनो में कितने लोगों ने मौत का दरवाज़ा खटखटाया है... कुछ तो शर्म करो...
एक अन्य ट्वीट में कैलाश ने कहा कि असुरक्षित डॉक्टर्स !!! 16 डॉक्टर्स के इस्तीफों ने साबित कर दिया कि पश्चिम बंगाल में डॉक्टर्स कितने असुरक्षित और भयभीत हैं। बेहाल राज्य में कुछ भी तो सही नहीं! सुन रही हो ममता दीदी आपके राज के हाल?