नई दिल्ली/शिमला। देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश, बाढ़ एवं भूस्खलन की घटनाओं में मरने वालों की संख्या 269 तक पहुंच गई है जबकि 42 अन्य लापता हैं। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से तबाही मच गई। लगातार हो रही तेज बारिश की वजह से कई इलाकों में सड़कें और पुल बह गए। प्रदेश में आज भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
उत्तराखंड के ज्यादातर स्थानों पर पिछले 24 घंटे से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कई जगह बादल फटने तथा भूस्खलन होने से आधा दर्जन से ज्यादा लोगों के मारे जाने की आशंका है तथा कई अन्य घायल हो गए। चारधाम यात्रा मार्ग पर भी कई स्थानों पर भूस्खलन होने से यात्रा अवरूद्ध हो गई। केदारनाथ यात्रा पैदल मार्ग पर मंदाकिनी नदी पर बना एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया है जिसके चलते उसे बीच में ही रोकना पड़ा।
इसी प्रकार बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री यात्रा मार्ग पर भी कई जगह भूस्खलन होने से यातायात अवरूद्ध है। कैलाश- मानसरोवर यात्रा मार्ग भी भूस्खलन का मलबा आ जाने के कारण प्रभावित हुआ है तथा तीर्थयात्रियों को सुरक्षित जगह पर ले जाया जा रहा है।
चंबा बस स्टैंड के पास सड़क धंसने से सड़क यातायात पर बुरा असर पड़ा। चंबा की बंदला पंचायत में घर की दीवार गिरने से दादा और पोती की मौत हो गई। मंडी जिले के बालीचोकी इलाके में सड़क का कुछ हिस्सा क्षेत्र में लगातार बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हो गया।
केरल और कर्नाटक में सबसे ज्यादा नुकसान : केरल और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में बाढ़ और भूस्खलन के कारण सबसे अधिक नुकसान हुआ है। केरल में अब तक 115, कर्नाटक में 62, गुजरात में 35, महाराष्ट्र में 30, उत्तराखंड और ओडिशा में आठ-आठ तथा हिमाचल प्रदेश में दो तथा आंध्र प्रदेश में नाव डूबने से एक लड़की की मौत हो चुकी है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल में भारी बारिश के बीच बिजली गिरने से कम से कम आठ लोगों जान गई है।
उत्तराखंड में भी भारी बारिश के कारण मकुडी और डिगोली में कुछ लोगों के फंसे होने और कुछ घरों को नुकसान पहुंचने की जानकारी मिली है। बचाव और निकासी के लिए एसडीआरएफ, रेडक्रॉस, आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीमों को भेजा गया है।