गांधीनगर। गुजरात में पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति यानी पास के नेता हार्दिक पटेल को एक बडा झटका तथा सत्तारुढ़ भाजपा को बड़ी राहत देते हुए पास के प्रवक्ता वरुण पटेल तथा प्रमुख महिला नेता रेशमा पटेल आज अपने करीब 40 समर्थकों के साथ यहां पार्टी में शामिल हो गए।
दोनों को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष जीतू वाघाणी ने भाजपा का अंगवस्त्र पहना कर उन्हें विधिवत पार्टी में शामिल किया। उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेल भी इस मौके पर उपस्थित थे। यह ऐसे दिन हुआ है जब सुबह कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने हार्दिक पटेल को खुलेआम कांग्रेस में आने का आमंत्रण दिया था। उधर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी आज अहमदाबाद में ही भाजपा की प्रदेश संसदीय बोर्ड की बैठक में शामिल हुए थे।
बाद में दोनों ने पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस पर चुनावी राजनीति के लिए पाटीदार आंदोलन का बेजा इस्तेमाल करने और पाटीदारों को वोट बैंक बनाने का प्रयास करने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा की ओर से उठाए गए कदमों से उन्हें विश्वास हो गया है कि यह पाटीदार समाज की समस्याओं को ईमानदारी से दूर करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ओर से हार्दिक, ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर तथा दलित नेता जिग्नेश मेवाणी कोपार्टी में आने के लिए आमंत्रण देने से स्पष्ट हो गया कि पार्टी को पाटीदार समाज के मुद्दों को हल करने में कोई रुचि नहीं। यह इसका चुनावी लाभ लेना चाहती है।
पाटीदार आंदोलन का एक प्रमुख चेहरा रही रेशमा ने हार्दिक को कांग्रेस का एजेंट तक करार दिया और कहा कि पाटीदार आंदोलन हार्दिक का नहीं बल्कि पूरे समाज का है। दोनों ने पाटीदार समुदाय से कांग्रेस के बहकावे में नहीं आने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि पाटीदार आंदोलन भाजपा को सत्ता से उखाड़ने और कांग्रेस जैसी पूर्व में कुशासन देने वाली पार्टी की सरकार बनाने के लिए नहीं है।
बाद में उपमुख्यमंत्री पटेल ने कहा कि कांग्रेस का षड्यंत्र चुनाव नजदीक आने के साथ ही खुलता जा रहा है। यह 22 साल से किसी भी तरह से सत्ता में नहीं आ पाई थी तो अब पिछले एक दो साल से पाटीदार समाज को बहका कर ऐसा करने में जुटी थी। उन्हें खुशी है कि इसकी चालबाजी लोग समझ गए हैं। (वार्ता)