गौतम अडाणी का सफर: कॉलेज ड्रॉपआउट से उद्योग जगत के दिग्गज तक
गौतम अडाणी: दिलचस्प तथ्य और विवाद जो आप नहीं जानते
गौतम अडाणी का जन्म 24 जून 1962 को गुजरात के अहमदाबाद में हुआ था। कॉलेज ड्रॉपआउट होने के बावजूद, उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1980 के दशक में मुंबई की डायमंड इंडस्ट्री में की। इसके बाद 1988 में उन्होंने एक छोटी एग्री ट्रेडिंग फर्म के साथ अडाणी ग्रुप की नींव रखी।
आज, अडाणी ग्रुप कोल ट्रेडिंग, माइनिंग, पावर जेनरेशन, ग्रीन एनर्जी, एयरपोर्ट्स, और सीमेंट जैसे विविध क्षेत्रों में विस्तार कर चुका है। गौतम अडाणी ने 2030 तक दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्रोड्यूसर बनने के लिए 70 अरब डॉलर निवेश करने की घोषणा की है।
अडाणी फाउंडेशन से समाज सेवा में योगदान:
गौतम अडाणी ने 1996 में अपनी पत्नी प्रीति अडाणी की अगुआई में अडाणी फाउंडेशन की स्थापना की।
वर्तमान में यह फाउंडेशन 18 राज्यों के 34 लाख लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य, और आजीविका के क्षेत्रों में मदद कर रहा है।
प्रीति अडाणी पेशे से डॉक्टर हैं और डेंटल सर्जरी (BDS) में स्नातक हैं।
गौतम अडाणी से जुड़े विवाद:
1. हिंडनबर्ग रिपोर्ट और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप : जनवरी 2023 में, हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें अडाणी ग्रुप पर मनी लॉन्ड्रिंग और शेयर मैनिपुलेशन के आरोप लगाए गए।
रिपोर्ट के बाद अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयरों की कीमतों में भारी गिरावट हुई।
20,000 करोड़ रुपए के फॉलोऑन पब्लिक ऑफर (FPO) को कैंसिल कर दिया गया।
सुप्रीम कोर्ट ने मामले की जांच के लिए 6 सदस्यीय कमेटी का गठन किया।
2. कोयला इम्पोर्ट बिल में हेराफेरी के आरोप:
फाइनेंशियल टाइम्स और ऑर्गनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (OCCRP) ने अडाणी ग्रुप पर आरोप लगाया कि उन्होंने इंडोनेशिया से सस्ते दामों पर कोयला इम्पोर्ट किया और बिल में हेराफेरी कर ज्यादा दाम दिखाए।
रिपोर्ट में बताया गया कि अडाणी ग्रुप ने तमिलनाडु के पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों को लो-ग्रेड कोयला हाई-ग्रेड के रूप में ऊंची कीमत पर बेचा। 2019 से 2021 के बीच 30 शिपमेंट की जांच में 582 करोड़ की अतिरिक्त कीमतें दर्ज की गईं।
3. सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट के लिए धोखाधड़ी-रिश्वत देने का आरोप: न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में हुई सुनवाई में गौतम अडाणी समेत 8 लोगों पर अरबों की धोखाधड़ी और रिश्वत के आरोप लगे हैं। यूनाइटेड स्टेट्स अटॉर्नी ऑफिस का कहना है कि अडाणी ने भारत में सोलर एनर्जी से जुड़ा कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर (करीब 2200 करोड़ रुपए) की रिश्वत दी या देने की योजना बना रहे हैं।
अडाणी ग्रुप की उपलब्धियां:
अडाणी ग्रीन एनर्जी: कंपनी का पोर्टफोलियो 20 गीगावाट से अधिक का है।
एयरपोर्ट्स: अडाणी ग्रुप भारत में 7 प्रमुख एयरपोर्ट्स का संचालन करता है।
डेटा सेंटर और सीमेंट: अडाणी ने हाल ही में डेटा सेंटर और सीमेंट इंडस्ट्री में भी कदम रखा है।
भारत में अडानी के बंदरगाह : अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन पहले से ही भारत की सबसे बड़ी पोर्ट डेवलपर व ऑपरेटर कंपनी है। कंपनी के पास भारत में दर्जनों बंदरगाह हैं। भारत के पश्चिमी तट पर अडानी पोर्ट्स के पास सात पोर्ट व टर्मिनल हैं, जिनमें गुजरात स्थित मुंद्रा, टुना, दहेज और हजीरा, गोवा स्थित मोरमुगांव, महाराष्ट्र स्थित दिघी और केरल स्थित विझिंजम शामिल हैं। देश के पूर्वी तट पर कंपनी के पास 8 बंदरगाह हैं, जिनमें पश्चिम बंगाल स्थित हल्दिया, ओडिशा स्थित धामरा व गोपालपुर, आंध्र प्रदेश स्थित गंगावरम व कृष्णापटनम, तमिलनाडु स्थित कटुपल्ली व एन्नोर और पुदुचेरी स्थित कराईकाल शामिल हैं।