नई दिल्ली। पूर्वोत्तर भारत और बिहार शनिवार को भी बाढ़ से जूझते रहे और यहां बारिश जनित घटनाओं में मरने वालों की संख्या 150 के आंकड़े को पार कर गई है। पंजाब के सात जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है।
अधिकारियों ने बताया कि असम में बाढ़ का पानी अब घट रहा है। हालांकि 12 और लोगों की मौत की रिपोर्ट के बाद शनिवार को मृतकों की संख्या बढ़कर 59 हो गई है। बाढ़ से प्रभावित जिलों की संख्या घटकर 24 हो गई। बाढ़ से समूचे राज्य में बड़े पैमाने पर क्षति हुई है। हालांकि बक्सा, होजई और माजुली जिलों से बाढ़ का पानी अब धीरे-धीरे घट रहा है लेकिन 1.51 लाख हेक्टेयर की फसल अब भी बाढ़ के पानी में डूबी हुई है और काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान का बड़ा हिस्सा भी बाढ़ की चपेट में है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के बाढ़ संबंधी बुलेटिन के अनुसार मोरीगांव जिले में तीन लोगों, बारपेटा में तीन, दक्षिण सलमारा में दो और नलबाड़ी एवं धुबरी जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत होने से यह आंकड़ा बढ़कर 59 हो गया है। राज्य के प्रभावित जिलों के 3,024 गांवों में 44,08,142 लोग बाढ़ की चपेट में हैं।
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में बाढ़ की वजह से 13 जुलाई से अब तक 129 पशु मारे गये हैं, इनमें 10 गैंडे, आठ सांभर हिरण, आठ जंगली सुअर, पांच बारहसिंगा, एक हाथी और एक जंगली भैंस शामिल हैं।
कई बाढ़ प्रभावितों ने राज्य के वित्त मंत्री हिमंत बिस्व शर्मा से कहा कि उन्हें राहत केंद्रों में न तो पर्याप्त राहत सामग्री दी जा रही है और न ही रहने की सुविधा है।
बिहार में बाढ़ की वजह से पांच और लोगों की मौत होने के बाद अब यह आंकड़ा बढ़कर 97 हो गया है। राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग ने यह जानकारी दी।
मधुबनी जिले से चार लोगों और दरभंगा से एक व्यक्ति के मरने की सूचना है, जिससे मधुबनी में हताहतों की संख्या अब 18 और दरभंगा में 10 हो गई है।
आपदा प्रबंधन विभाग ने एक रिपोर्ट में कहा कि सीतामढ़ी में 27 लोगों के मरने की सूचना है और यह बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित जिला बना हुआ है।
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राहत एवं पुनर्वास का जायजा लेने के लिये शनिवार को सीतामढ़ी जिले का दौरा किया। बिहार में कुल 12 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं।
बारिश जनित घटनाओं में तमिलनाडु में भी दो लोगों की मौत हुई है और तीन मछुआरों समेत चार लोग लापता हैं। केरल में भी लगातार भारी बारिश जारी है। राज्य के कासरगोड जिले में कुडुले में शनिवार तक 30 सेंटीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गई। पर्वतीय इडुक्की जिले के कोन्नाथाडी गांव में शनिवारद की सुबह भूस्खलन की मामूली घटना हुई, जिससे फसलें बर्बाद हो गईं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि घटना में कोई हताहत नहीं है।
राष्ट्रीय राजधानी में भी भारी बारिश होने से लोगों को उमस भरे मौसम से राहत मिली। न्यूनतम तापमान 28.8 डिग्री सेल्सियस और सुबह साढ़े आठ बजे तक हवा में नमी का स्तर 74 प्रतिशत दर्ज किया गया।
शनिवार को पंजाब एवं हरियाणा के भी कई हिस्सों में बारिश होने से अधिकतम तापमान में गिरावट आई। मौसम विभाग ने बताया कि करनाल में 58.2 मिमी और अमृतसर में 13 मिमी बारिश दर्ज की गयी। पंजाब एवं हरियाणा की साझा राजधानी चंडीगढ़ में दो मिमी बारिश हुई। पंजाब के सात जिलों में कुछ जगहों पर निचले इलाकों में बारिश का पानी भर जाने से बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। मौसम विभाग के कर्मचारियों ने अगले 24 घंटे के दौरान क्षेत्र में कई जगहों पर कहीं हल्की और कहीं मध्यम बारिश का पूर्वानुमान जताया है।
अधिकारी ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में भी कहीं हल्की और कहीं मध्यम बारिश हुई और मौसम विभाग ने वहां 24 जुलाई के लिए ‘येलो’ चेतावनी जारी की है। उन्होंने बताया कि 26 जुलाई तक मानसूनी बारिश होने का अनुमान है।
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में शुष्क मौसम बना हुआ है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य में अगले सप्ताह छिटपुट स्थानों पर बारिश होने के आसार हैं।