Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

राजकोषीय घाटा जुलाई में ही वार्षिक बजट अनुमान के पार हुआ

Webdunia
सोमवार, 31 अगस्त 2020 (20:20 IST)
नई दिल्ली। केन्द्र सरकार का राजकोषीय घाटा लॉकडाउन के कारण कमजोर राजस्व संग्रह के चलते वित्त वर्ष के शुरुआती 4 महीनों (अप्रैल-जुलाई) में ही पूरे साल के बजट अनुमान को पार कर गया है।महालेखा नियंत्रक (सीजीए) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से जुलाई के दौरान राजकोषीय घाटा इसके वार्षिक अनुमान की तुलना में 103.1 प्रतिशत यानी 8,21,349 करोड़ रुपए तक पहुंच गया।

एक साल पहले इन्हीं चार माह की अवधि में यह वार्षिक बजट अनुमान का 77.8 प्रतिशत रहा था।सरकार का राजकोषीय घाटा उसके कुल खर्च और राजस्व के बीच का अंतर होता है। पिछले साल अक्ट्रबर में यह वार्षिक लक्ष्य से ऊपर निकल गया था।

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश वित्त वर्ष 2020-21 के बजट में राजकोषीय घाटे के 7.96 लाख करोड़ रुपए यानी सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 3.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है।कोरोनावायरस महामारी के फैलने से उत्पन्न स्थिति को देखते हुए इन आंकड़ों को संशोधित करना पड़ा। कोरानावायरस की वजह से लागू किए गए लॉकडाउन के कारण आर्थिक गतिविधियों में काफी व्यवधान खड़ा हुआ।
ALSO READ: बड़ी खबर: मध्यप्रदेश में रविवार का लॉकडाउन खत्म,Unlock-4 की गाइडलाइंस जारी
केन्द्र सरकार ने 25 मार्च 2020 से पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया था ताकि कोविड-19 के प्रसार पर अंकुश लगाया जा सके। इसके बाद मई से धीरे-धीरे लॉकडाउन में ढील दी जाने लगी।

पिछले वित्त वर्ष 2019-20 में राजकोषीय घाटा देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के मुकाबले सात साल के उच्च स्तर 4.6 प्रतिशत पर पहुंच गया। वर्ष के दौरान राजस्व प्राप्ति कमजोर रही जो कि मार्च आते-आते और कमजोर पड़ गई।
ALSO READ: दिल्ली में बढ़े Corona मामले, नहीं हो रहा सुरक्षा नियमों का पालन
महालेखा नियंत्रक के आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष के शुरुआती चार माह के दौरान सरकार की राजस्व प्राप्ति 2,27,402 करोड़ रुपए रही। यह राशि वर्ष के बजट के वार्षिक लक्ष्य का 11.3 प्रतिशत है। पिछले साल इसी अवधि में कुल राजस्व प्राप्ति बजट अनुमान का 19.5 प्रतिशत रही थी।

अप्रैल से जुलाई के दौरान कर राजस्व 2,02,788 करोड़ रुपए यानी बजट अनुमान का 12.4 प्रतिशत रहा जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह बजट अनुमान का 20.5 प्रतिशत रहा था। आलोच्य अवधि में सरकार की कुल प्राप्ति 2,32,860 करोड़ रुपए रही जो कि बजट अनुमान का 10.4 प्रतिशत रही। सरकार ने बजट में वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान कुल 22.45 लाख करोड़ रुपए की प्राप्ति का अनुमान लगाया है। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

Modi-Jinping Meeting : 5 साल बाद PM Modi-जिनपिंग मुलाकात, क्या LAC पर बन गई बात

जज साहब! पत्नी अश्लील वीडियो देखती है, मुझे हिजड़ा कहती है, फिर क्या आया कोर्ट का फैसला

कैसे देशभर में जान का दुश्मन बना Air Pollution का जहर, भारत में हर साल होती हैं इतनी मौतें!

नकली जज, नकली फैसले, 5 साल चली फर्जी कोर्ट, हड़पी 100 एकड़ जमीन, हे प्रभु, हे जगन्‍नाथ ये क्‍या हुआ?

लोगों को मिलेगी महंगाई से राहत, सरकार बेचेगी भारत ब्रांड के तहत सस्ती दाल

सभी देखें

नवीनतम

दीपोत्सव 2024 : 1100 वेदाचार्य करेंगे सरयू आरती, अंतरराष्ट्रीय कलाकारों की होगी रामलीला, बनेंगे नए रिकॉर्ड

UP की सभी 9 सीटों पर SP लड़ेगी उपचुनाव, अखिलेश यादव का ऐलान

महाराष्ट्र : MVA के दलों में 85-85 सीट पर बनी बात, पढ़िए कहां फंसा है पेंच

Meerut : एनसीआर में पेट्रोल पंपों पर मिल रहा मिलावटी तेल, पेट्रोलियम पदार्थ के काले कारोबार का भंड़ाफोड़, 6 आरोपी पुलिस हिरासत में

Wayanad Election : प्रियंका गांधी ने घोषित की संपत्ति, जानिए कितनी अमीर हैं कांग्रेस महासचिव

આગળનો લેખ
Show comments