नई दिल्ली। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भानजे और मोजरबेयर के पूर्व कार्यकारी निदेशक रतुल पुरी को 300 करोड़ से ज्यादा के बैंक घोटाले के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार कर लिया गया है।
दो दिन पहले ही सीबीआई ने इस मामले में रतुल पुरी और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। यह मुकदमा सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से दायर 354 करोड़ रुपए के बैंक घोटाले मामले में दर्ज किया गया था। दिल्ली हाईकोर्ट ने 14 अगस्त को पुरी को 20 अगस्त तक गिरफ्तारी से अंतरिम संरक्षण प्रदान किया था।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने जिन पर मुकदमा दर्ज किया था, उनमें पुरी के अलावा कंपनी (एमबीआईएल), उनके पिता और प्रबंध निदेशक दीपक पुरी, निदेशकों- नीता पुरी (रतुल की मां और कमलनाथ की बहन), संजय जैन और विनीत शर्मा शामिल हैं।
बैंक ने एक बयान में बताया कि रतुल ने 2012 में कार्यकारी निदेशक के पद से इस्तीफा दे दिया था जबकि उनके माता-पिता निदेशक मंडल में रहे। सीबीआई ने सोमवार को 6 स्थानों पर छापेमारी भी की थी।
वीवीआईपी हेलीकॉप्टर घोटाले में भी जांच : ईडी 3600 करोड़ रुपए के वीवीआईपी हेलिकॉप्टर घोटाला मामले में भी ‘हिन्दुस्तान पावर प्रोजेक्टस प्राइवेट (एचपीपी) लिमिटेड’ के अध्यक्ष पुरी के खिलाफ जांच कर रहा है।
एक स्थानीय अदालत ने हाल ही में उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। प्रवर्तन निदेशालय ने दलील दी थी कि पुरी सबूतों से छेड़छाड़ की कोशिश कर सकते हैं और गवाहों को फुसला सकते हैं ‘क्योंकि वे पहले ऐसा कर चुके हैं। दिल्ली उच्च न्यायालय ने 14 अगस्त को हालांकि पुरी को 20 अगस्त तक गिरफ्तारी से राहत दी थी।