नई दिल्ली। 4 राज्यों में कांग्रेस की करारी हार के बाद इंडिया गठबंधन में कांग्रेस की स्थिति कमजोर होती नजर आ रही है। ममता बनर्जी के कांग्रेस की रणनीति पर सवाल उठाने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी खुलकर सामने आ गए हैं। इधर गठबंधन में नीतीश के समर्थन में भी आवाज उठने लगी है।
बुधवार को बैठक : 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन के नेता 2024 के लोकसभा चुनावों की रणनीति तैयार करने के लिए 6 दिसंबर को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर बैठक करेंगे। इसमें विधानसभा चुनावों के नतीजों की भी समीक्षा होगी।
अखिलेश की बैठक से दूरी : समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव का बुधवार को दिल्ली में होने वाली विपक्ष के इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) की बैठक में जाने का कोई कार्यक्रम नहीं है।
चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष का कल इंडिया गठबंधन की बैठक में शामिल होने का कोई कार्यक्रम नहीं है। पार्टी के प्रमुख महासचिव प्रोफेसर राम गोपाल यादव या राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा अधिकृत कोई अन्य नेता बैठक में शामिल होंगे।
ममता ने उठाए सवाल : अखिलेश से पहले ममता बनर्जी भी इंडिया गठबंधन की इस बैठक से किनारा कर चुकी है। ममता ने एक बयान में कहा था कि इन चुनावों में कांग्रेस की रणनीति सही नहीं थी।
कांग्रेस की हार पर क्या बोले सोरेन : 3 राज्यों में चुनाव के नतीजों पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि जो जैसी मेहनत करेंगे, वैसे ही परिणाम आएंगे।
नीतीश कुमार के समर्थन में उठी आवाज : कांग्रेस की हार के बाद गठबंधन में एक बार भी नीतीश कुमार के समर्थन में आवाजें उठ रही है। बिहार से कांग्रेस विधायक नीतू सिंह ने भी कहा कि कांग्रेस को बड़ा दिल दिखाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन को नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ना चाहिए।
इधर पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांता मजूमदार ने कहा कि ममता बनर्जी समझ चुकी हैं कि अब इंडिया गठबंधन का कुछ होने वाला नहीं है न इसका वर्तमान है न ही भविष्य इसलिए वो पीछे हट गई हैं। इस गठबंधन में कौन, क्या है ये किसी को को पता नहीं है। इनका लक्ष्य सिर्फ पीएम मोदी को हटाना है।
उल्लेखनीय है कि भाजपा मध्यप्रदेश में 163, राजस्थान में 115 और छत्तीसगढ़ में 54 सीटें जीतकर सरकार बनाने जा रही है। वहीं कांग्रेस का इन राज्यों में हाल बेहाल हो गया। राजस्थान और छत्तीसगढ़ में 30 और 33 सीटों के नुकसान से उसे सत्ता गंवानी पड़ी। मध्प्रदेश में वह 66 सीटें ही जीत सकी और उसे 48 सीटों का नुकसान हुआ। मिजोरम में उसे मात्र 1 सीट मिली। केवल तेलंगाना में ही कांग्रेस की सरकार बन रही है।
Edited by : Nrapendra Gupta