प्रयागराज। माफिया डॉन और पूर्व सांसद अतीक अहमद उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी बेटे असद के जनाजे में शामिल नहीं हो पाएगा। दरअसल, कोर्ट ने इस मामले में अतीक की अर्जी नामंजूर कर दी है। अतीक ने बेटे के जनाजे में शामिल होने की इच्छा जताई थी। चूंकि अतीक के परिवार के लोग या तो फरार हैं या फिर जेल में हैं। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि उसका शव किसके सुपुर्द किया जाएगा।
बताया जा रहा है कि कानूनी पेंच के चलते अतीक को बेटे के जनाजे में शामिल होने की अदालत द्वारा अनुमति नहीं दी गई है। इससे पहले अतीक अहमद ने कहा था कि वह अपने बेटे असद की मिट्टी में शामिल होना चाहता है। इसके लिए व्यवस्था होनी चाहिए। बेटे के एनकाउंटर की खबर सुनकर अतीक अदालत में ही फूट-फूटकर रोने लगा था।
कहा जा रहा है कि असद के नाना, मामा और 3 वकील उसका शव लेने झांसी जाएंगे। गुलाम के परिजनों ने शव लेने से इंकार कर दिया है। ऐसी स्थिति में पुलिस ही उसका अंतिम संस्कार कर सकती है। दूसरी ओर, कोर्ट से रिमांड के आदेश होने के बाद अतीक और उसके भाई अशरफ को लेने के लिए धूमनगंज पुलिस नैनी जेल से अपने साथ ले गई।
ओवैसी भड़के : तीक अहमद के बेटे असद अहमद के एंकाउटर पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने निजामाबाद में कहा कि जुनैद और नसीर को जिसने मारा तुम (भाजपा) उसका भी एनकाउंटर करोगे, नहीं करोगे। इसलिए नहीं करोगे क्योंकि तुम मजहब के नाम पर एनकाउंटर करते हो। ये एनकाउंटर नहीं कानून की धज्जियां उड़ रही हैं। अगर तुम फैसला करोगे कि गोली से इंसाफ करेंगे तो फिर अदालतों को बंद कर दो।
मायावती ने जांच की मांग की : बसपा सुप्रीमो मायावती ने एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए इस मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है ताकि सच्चाई जनता के सामने आ सके। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि लोगों को लगता है कि विकास दुबे कांड को दोहराए जाने की उनकी आशंका सच साबित हुई है।