बयान में कहा गया है कि इस आधार पर डोकलाम क्षेत्र में सैनिकों को आमने सामने से तत्परता से हटाने को लेकर सहमति बनी है और अब यह प्रक्रिया आरंभ हो गई है। भारतीय सेना के सूत्रों ने भी बताया कि डोकलाम से दोनों देशों की सेनाओं को हटाया जाना शुरू हो गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अगले सप्ताह होने वाली चीन यात्रा के पहले इस विवाद का सुलझ जाना भारतीय कूटनीति की कामयाबी मानी जा रही है।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी कहा कि दोनों देशों के बीच हुई बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि दोनों ही देश वहां अपनी अपनी सेनाएं हटाएंगे। उन्होंने कहा कि सेना हटाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। जल्द ही चीन की ओर से भी इस मामले में जल्द ही बयान आने की उम्मीद है।
उल्लेखनीय है कि जून में भूटान एवं चीन के बीच विवादित डोकलाम क्षेत्र में चीन द्वारा एकतरफा ढंग से सड़क निर्माण के प्रयास का भूटानी सेना ने विरोध जताया था और चीनी सेना के उसे नहीं मानने पर भूटानी सेना के संकेत के बाद भारतीय सेना ने 16 जून को आगे बढ़कर चीनी सेना को रोका था। करीब ढाई माह में दोनों देशों की सेनाओं के आमने सामने आ खड़े होने से विश्व की दो उभरती आर्थिक महाशक्तियों के बीच गहरा तनाव उत्पन्न हो गया था।
गौरतलब है कि चीन का डोकलाम को लेकर एक और विवादित बयान आया था, जिसमें भारत को सलाह दी गई थी कि पहले डेरा देखो फिर डोकलाम देखना। (एजेंसियां)