नई दिल्ली। उत्तर पूर्वी दिल्ली की हिंसा में मारे गए इंटेलिजेंस ब्यूरो में तैनात अंकित शर्मा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बाद का खुलासा हुआ है कि अंकित की बहुत ही निर्मम तरीके से हत्या की गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक उनके शरीर पर चोट के कुल 51 निशान थे। इनमें 12 चाकू से गोदने के निशान थे जो थाई, पैर, छाती समेत शरीर के पिछले हिस्से में थे।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक 6 कट के निशान थे जिसमें स्क्रैच के निशान थे। बाकी 33 चोट के निशान थे जिसमें रॉड और डंडे जैसे भारी ऑब्जेक्ट से अंकित के सिर और शरीर पर वार किया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक शरीर पर ज्यादातर रेड, पर्पल, ब्लू कलर के मार्क मिले हैं। इनमें ज्यादातर थाई और कंधे पर थे। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के हवाले से पुलिस सूत्रों ने बताया कि अंकित शर्मा के शरीर पर चाकू से वार के गहरे निशान मिले थे।
इससे पहले, अंकित शर्मा के शरीर पर चोट के करीब 400 निशान बताए जा रहे थे। आईबी कांस्टेबल अंकित शर्मा, उत्तर पूर्वी दिल्ली में अपने परिवार के साथ रहते थे। हिंसा के दौरान उन पर चाकू से हमला किया गया था। अंकित की मौत चाकू लगने और बुरी तरह से पीटे जाने से हुई थी। अंकित शर्मा का शव 26 फरवरी को चांदबाग में नाले से मिला था।
अंकित 25 फरवरी को गायब हुए थे। परिवार के मुताबिक वो दफ्तर से आकर बाहर लोगों को समझाने गए थे, तभी ताहिर के घर के बाहर भीड़ ने उन्हें पकड़ कर पीटा, चाकुओं से हमला किया। अंकित के परिवारवालों ने आरोप लगाया है कि हिंसा के दौरान ताहिर हुसैन के समर्थक अंकित को खींचकर ले गए और उनकी हत्या करने के बाद शव नाले में फेंक दिया। फिलहाल इस मामले में सलमान नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया जा चुका है और अभी कई गिरफ्तारियां होनी बाकी है।
दिल्ली सरकार ने अंकित शर्मा के परिजनों को 1 करोड़ रुपए का मुआवजा देने का ऐलान कर चुकी है। दिल्ली सरकार ने मुआवजे के अलावा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया था।