नई दिल्ली, भीषण गर्मी के बीच बिजली के लिए यूपी से लेकर पंजाब तक हाहाकार मचा हुआ है। पिछले कुछ दिनों से तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने के चलते राजधानी दिल्ली में भी बिजली की मांग 7 हजार मेगावॉट को पार कर गई।
यह पिछले दो साल में सबसे अधिक है। इससे पहले मंगलवार को दिल्ली में बिजली की डिमांड 6592, बुधवार को 6921 और गुरुवार को 7026 मेगावाट दर्ज की गई। यूपी की राजधानी लखनऊ में भी घंटों बिजली गुल रहने से लोग परेशान हैं।
भीषण गर्मी के बीच पंजाब में प्रति दिन बिजली की मांग 14,000 मेगावाट से अधिक हो गई है, जिसके कारण सरकारी बिजली आपूर्तिकर्ता पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (पीएसपीसीएल) को मजबूरन बिजली कटौती और उद्योगों पर पाबंदियां लगानी पड़ रही हैं। राज्य में बिजली आपूर्ति में कथित अनियमितता से उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जिसके खिलाफ लोगों ने कई जगह विरोध प्रदर्शन किए और सड़कों को जाम कर दिया।
पीएसपीसीएल के मुताबिक, बुधवार को राज्य में बिजली की मांग 14,142 मेगावाट तक पहुंच गयी जबकि आपूर्ति 12,842 मेगावाट की है। पीएसपीसीएल ने गुरुवार को राज्य सरकार और सरकारी कार्यालयों से बिजली का विवेकपूर्ण तरीके से इस्तेमाल करने के अलावा तीन जुलाई तक वातानुकूलित (एसी) को बंद रखने की अपील की है। पीएसपीसीएल ने बिजली के इस्तेमाल को लेकर औद्योगिक उपभोक्ताओं पर कुछ पाबंदियां लगाने के अलावा रोलिंग मिल, चाप और इंडक्शन भट्टियों समेत अन्य औद्योगिक इकाईयों को सप्ताह में पांच दिन ही काम करने की इजाजत दी है।
पंजाब में बिजली कटौती के खिलाफ विपक्षी दल शिरोमणि अकाली दल ने रोपड़ में विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतर कर अमरिंदर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।