दिल्ली जंतर मंतर पर चल रहे खिलाड़ी बेटियों के धरने पर पुलिस द्वारा बदसलूकी की बात आ रही हैं जो अमानवीय और असहनीय हैं।
जब रक्षक भक्षक हो जाएँ तो न्याय की उम्मीद किस से करें? सरकार अविलंब दोषी व्यक्तियों के ख़िलाफ़ कार्यवाही करें। हम इस विकट परिस्थिति में अपनी बेटियों के साथ हैं।