चक्रवाती तूफान बिपरजॉय आज शाम 125-140 की रफ्तार से सौराष्ट्र एवं कच्छ के तटीय क्षेत्र से टकराएगा। चक्रवाती तूफान बिपरजॉय एक सीवर साइक्लोन है। तूफान के तट से टकराने से पहले महाराष्ट्र और गुजरात में समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। मौसम विज्ञानी परमेंद्र कुमार कहते हैं कि चक्रवाती तूफान एक हैवी सीवर साइक्लोन स्ट्रॉम है और अभी गुजरात से 180 किमी की दूरी पर स्थित है और तेजी आगे बढ़ रहा है। वह कहते हैं कि बिपरजॉय के तट से टकराने के बाद तटीय इलाकों में तूफानी हवाओं के साथ भारी बारिश होगी।
मौसम विज्ञानी परमेंद्र कुमार कहते है कि बिपरजॉय तूफान की तीव्रता ज्यादा है। इस वजह से इसका असर अधिक है। तट से टकराने के बाद तटीय इलाकों में भारी बारिश के बाद तीव्रता कम हो जाती है। परमेंद्र कुमार कहते हैं कि बिपरजॉय अभी 115 से 125 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा और इसके 140 किमी प्रति घंटे तक रहने का अनुमान है।
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय की खतरनाक रफ्तार के चलते 90 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है। वहीं कच्छ में धारा 144 लगाकर लोगों को घरों से बाहर ना निकलने की सलाह दी गई है। इसके अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें तैनात की गई हैं। राज्य और केंद्र सरकार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। बिपरजॉय की वजह से द्वारकाधीश मंदिर को आज श्रद्धालुओं के लिए बंद किया गया है।
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के चलते सेना भी अलर्ट मोड पर है। भारतीय तट रक्षक के उप महानिदेशक एमवी पाठक के मुताबिक नेवी के जहाज बचाव और राहत कार्य के लिए बंदरगाह पर तैनात किए हैं। 3 ऑफशोर पेट्रोल वाहन, 4 फास्ट पेट्रोल वाहन, 8 इंटरसेप्टर नाव, 3 डोर्नियर, ALH गुजरात में तैयार हैं।