नई दिल्ली। इसरो के नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है। इसमें इसमें बताया गया है कि भारत में 1 दशक के भीतर नाइट टाइम लाइट्स में 43 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। 2 वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के अनुसार नाइट टाइम लाइट्स की वृद्धि में 3 प्रमुख कारण हो सकते हैं जिनमें सौभाग्य योजना, उज्जवला योजना और राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण शामिल हैं।
दुनियाभर के क्षेत्रों के आर्थिक विकास को ट्रैक करने के लिए अर्थशास्त्रियों द्वारा नाइट लाइट का उपयोग किया जाता है। मोदी सरकार में सौभाग्य योजना के तहत 2017 से भारत में लगभग 3 करोड़ घरों का विद्युतीकरण और 2014 से लगभग 50,000 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण ने पिछले 1 दशक में भारत में नाइट टाइम लाइट्स की वृद्धि में योगदान दिया है?
अक्टूबर 2017 में मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना- 'सौभाग्य' लॉन्च की थी जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में सभी अविद्युतीकृत घरों और शहरी क्षेत्रों में सभी गरीब परिवारों को बिजली कनेक्शन प्रदान करना था। 31 मार्च, 2021 तक सौभाग्य योजना के लॉन्च के बाद से देश के सभी घरों को राज्यों द्वारा विद्युतीकृत किया गया है जिसमें 2.8 करोड़ घरों का विद्युतीकरण किया गया है।
सन् 2014-15 से देश में राष्ट्रीय राजमार्गों का रिकॉर्ड निर्माण भारत की उच्च चमक का एक और कारण हो सकता है। भारत में अब कुल 63.73 लाख किलोमीटर का दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा राजमार्ग नेटवर्क है जबकि भारत में कुल राष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई 2014-15 में 97,830 किमी थी, वर्तमान में यह लगभग 1.45 लाख किमी है। अब लगभग 29 किमी प्रतिदिन राजमार्ग बनाए जा रहे हैं जबकि साल 2014 में यह गति 12 किमी/दिन थी।
Edited by: Ravindra Gupta