भारत मैट्रिमोनी ने होली और महिला दिवस के उपलक्ष्य में सोशल मीडिया पर एक कमर्शियल वीडियो अपलोड किया। वीडियो पर बवाल मच गया। कई लोगों ने ट्विटर पर हैशटेग्स के जरिए अपनी निराशा जाहिर की है। देखते ही देखते ट्विटर पर #BoycottbharatMatrimony हैशटेग वायरल हो रहा है। लोग इस ऐड पर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं, इसे हिंदूफोबिक भी बताया जा रहा है।
जानिए ऐड पर क्यों मचा बवाल : विज्ञापन में सबसे पहले एक मुस्कुराती हुई महिला दिखाई देती है। उसके मुंह पर रंग लगा हुआ है। इसके बाद महिला अपना चेहरा पानी से धोती है। चेहरे का रंग तो धुल जाता है परंतु महिला के चहरे पर चोट के निशान और आखों के नीचे कालापन दिखाई देता है।
वीडियो में आगे बताया गया कि होली पर्व पर महिलाओं के साथ हुए उत्पीड़न की वजह से उन्हें अत्याधिक ट्रोमा से गुजरना पड़ता है। वीडियो में लिखा गया कि आज देश की एक तिहाई महिला उत्पीड़न का शिकार बन चुकी हैं। इसी के चलते उन्होंने होली का त्योहार मनाना बंद कर दिया है।
यह भी कहा गया है कि इस महिला दिवस और होली के अवसर पर हम ऐसे समाज का गठन करें जहां एक महिला अपने आप को सशक्त और सुरक्षित महसूस कर सकें।
क्या है विज्ञापन पर लोगों का रिएक्शन : कई लोगों का कहना है कि ऐसे ऐड्स का मकसद हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाकर हिंदूफोबिक सेंटिमेंट्स को फैलाना हैं। वहीं कुछ लोगों ने इस विज्ञापन की सराहना करते हुए लिखा कि कुछ लोग होली खेलने के नाम पर महिलाओं के साथ बदतमीजी करते हैं और वे उत्पीड़न का शिकार बन जाती हैं। ऐसा करना हिंदू विरोधी है। भारत मैट्रिमोनी के विज्ञापन ने इस मामले के प्रति जागरूकता फैलाने का काम किया है।
वहीं एक महिला का कहना है कि मैं इस ऐड के सेंटिमेंट्स की सराहना करती हूं। लेकिन क्या यह विज्ञापन तब भी सफल होता जब महिला दिवस और होली का त्योहार एक ही दिन नहीं होता?