मुख्य बिंदु
-
भारती प्रवीण पवार के बयान पर विवाद
-
केसी वेणुगोपाल का बयान
-
विशेषाधिकार हनन का नोटिस
नई दिल्ली। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने गुरुवार को कहा कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से मौत नहीं होने संबंधी 'गलत जानकारी' देकर 'राज्यसभा को गुमराह करने' के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती पवार के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया गया है।
वेणुगोपाल ने कहा कि गलत जानकारी देकर राज्यसभा को गुमराह करने के लिए स्वास्थ्य राज्यमंत्री के खिलाफ मैंने विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है। उन्होंने कहा कि देश का हर व्यक्ति जानता है कि ऑक्सीजन की कमी से बहुत सारे लोगों की मौत हुई, फिर एक मंत्री यह कहकर कैसे सदन को गुमराह कर सकती हैं कि ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई? यह विशेषाधिकार हनन का मामला है। कांग्रेस महासचिव ने बताया कि हमने सभापति से आग्रह किया है कि आगे की कार्रवाई के लिए इस नोटिस को विशेषाधिकार समिति के पास भेजा जाए।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने मंगलवार को राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया था कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश से ऑक्सीजन के अभाव में किसी भी मरीज की मौत की खबर नहीं मिली है। स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती प्रवीण पवार ने उच्च सदन में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा था कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोविड से मौत की सूचना देने के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
उन्होंने जानकारी दी थी कि इसके अनुसार सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश नियमित रूप से केंद्र सरकार को कोविड के मामले और इसकी वजह से हुई मौत की संख्या के बारे में सूचना देते हैं। बहरहाल किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश ने ऑक्सीजन के अभाव में किसी की भी जान जाने की खबर नहीं दी है।(भाषा)