नई दिल्ली। लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के नेता चिराग पासवान ने आरक्षण को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि संपन्न दलितों को आरक्षण छोड़ देना चाहिए।
उन्होंने अपनी बात के पक्ष में तर्क देते हुए कहा कि जिस तरह समृद्ध लोगों ने गैस सब्सिडी छोड़ दी, उसी तरह संपन्न दलितों को भी आरक्षण का त्याग कर देना चाहिए। टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए साक्षात्कार में चिराग ने कहा कि इससे दलित समुदाय के बाकी लोगों को भी आगे बढ़ने के अवसर मिलेंगे।
रामबिलास पासवान के पुत्र चिराग ने कहा कि यदि ऐसा होता है तो जिन्हें आरक्षण की सही मायनों में जरूरत है उन्हें अधिक से अधिक मदद मिल पाएगी। हालांकि चिराग ने कहा ऐसा कानून बनाकर नहीं किया जा सकता बल्कि लोगों को जागरूक करना चाहिए ताकि वे स्वेच्छा से फैसला ले सकें।
चिराग ने कहा कि मैं जातिरहित समाज की आशा करता हूं और यह मेरा लक्ष्य भी है। उन्होंने कहा कि मैं बिहार से आता हूं जहां जातिगत समीकरण हावी रहते हैं और इस दिशा में बिहार और उत्तर प्रदेश बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती पर निशाना साधते हुए पासवान ने कहा कि वे चाहतीं तो इस दिशा में बहुत कुछ कर सकती थीं, लेकिन उनका ध्यान मूर्तियां बनाने पर ज्यादा था।