एलएसीपर चीन एक तरफ भारत से बातचीत का नाटक करता है, वहीं दूसरी तरफ सीमा पर उसकी नापाक हरकतें लगातार जारी हैं। कुछ सैटेलाइट से सामने आई कुछ नई तस्वीरों से पता चला है कि ड्रैगन ने अब भूटान में घुसपैठ शुरू कर दी है। चीन ने डोकलाम के नजदीक गांव बसाए हैं। खबरों के मुताबिक पिछले एक साल के दौरान चीन ने भूटान की सीमा में करीब 100 स्क्वायर किलोमीटर क्षेत्र में कई नए गांव बना लिए हैं।
पिछले साल से कर रहा है निर्माण : सैटेलाइट इमेजरी एक्सपर्ट ने ट्विटर पर ये तस्वीरें शेयर की हैं। इंटल लैब के एक रिसर्चर की तरफ से दावा किया जा रहा है कि चीन ने भूटान की सीमा में कई गांव बना लिए हैं। खबरों के मुताबिक डोकलाम के नजदीक भूटान और चीन के बीच विवादित जमीन पर साल 2020-21 से निर्माण कार्य किया जा रहा है।
कई गांव वहां विकसित किए जा चुके हैं। ये नए गांव डोकलाम पठार के पास स्थित हैं जहां 2017 में भारत और चीन के बीच आमना-सामना हुआ था। चीन ने इसके बाद इस क्षेत्र में सड़क निर्माण गतिविधि को फिर से शुरू भी कर दिया था।
कांग्रेस ने साधा निशाना : कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर देश की राष्ट्रीय सुरक्षा और अखंडता को लेकर समझौता करने का आरोप लगाया तथा यह सवाल किया कि डोकलाम के निकट चीन द्वारा गांव बसाए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुप क्यों हैं?
पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने दावा किया कि उपग्रह से ली गई ताजा तस्वीरों से पता चलता है कि चीन ने डोकलाम के निकट भूटान में चार गांव बसा लिए हैं और अतिक्रमण के जरिए 100 वर्ग किलोमीटर जमीन हथिया ली है।
उन्होंने कहा कि चीन लगातार अतिक्रमण कर रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री के मुंह से एक शब्द नहीं निकलता। प्रधानमंत्री जी, आप चीन का नाम क्यों नहीं लेते? हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री इस मुद्दे पर देश के लोगों को जवाब दें।
बेनकाब हुए पीएम : कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार ने देश की राष्ट्रीय सुरक्षा और अखंडता के साथ समझौता किया है जो अब बेनकाब हो चुका है। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री ने हमारे उन जवानों के पराक्रम और बलिदान को कमतर किया है जिन्होंने पिछले साल चीन की घुसपैठ का करारा जवाब दिया था।
कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने भी ट्विटर पर उपग्रह की तस्वीरें शेयर कीं और सवाल किया कि चीन की इस हरकत पर प्रधानमंत्री चुप क्यों हैं? उन्होंने यह भी पूछा कि हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा कौन करेगा? वल्लभ ने कहा कि इन तस्वीरों से पता चलता है कि चीन द्वारा पिछले साल ये गांव भूटान की सीमा के भीतर बसाए गए हैं। उन्होंने कहा कि ये गांव उसी डोकलाम पठार के निकट बसाए गए हैं, जहां 2017 में भारत और चीन के बीच कई दिनों तक गतिरोध चला था।