देश में कैशलेस पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए सरकार की तरफ से पिछले साल हुई लकी ड्रॉ घोषणा के तहत अब तक करीब 45 लोग लखपति बना चुके हैं। सरकार ने ड्रॉ के तहत अगल-अलग राशि देने की घोषणा 25 दिसंबर को की थी।
अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की इकाई एनसीपीआई (द नेशलन पेयमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) ने 15 भाग्यशाली विजेताओं के नाम की घोषणा की है, जिन्हें एक-एक लाख रुपये इनाम दिए गए। इसके अलावे 614 लोगों को 50 हजार रुपये और साढ़े छह हजार भाग्यशाली विजेताओं को 10 हजार रुपये हर हफ्ते दिए गए। इतना ही नहीं करीब 15 हजार लोगों को डिजिटल पेंमेंट करने के एवज में सीधे उनके अकाउंट में प्रतिदिन 1000 रुपये की राशि दी जा रही है।
खबर के अनुसार कैशलेस ट्रांजेक्शन का इस्तेमाल करने वाले राज्यों में महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, उत्तर-प्रदेश और कर्नाटक का नाम सबसे आगे है। इतना ही नहीं लकी ड्रा के सबसे ज्यादा विजेता भी इन्हीं राज्यों के ही हैं।
वहीं एनसीपीआई चीफ प्रोजेक्ट ऑफिसर एसके गुप्ता ने मामले में जानकारी देते हुए बताया कि इसमें लोगों के डिजिटल लेन-देन के ट्रांजेक्शन नंबर्स को एक्सेस किया जाता है, जिसे कंप्यूटर के जरिए डिजिटल ट्रांजेक्शन के नंबर को रैंडमली सेलेक्ट किया जाता है। उन्होंने इस बात की जानकारी भी दी है कि 14 अप्रैल को मेगा प्राइज की घोषणा की जाएगी, इस घोषणा के तहत एक करोड़, 50 लाख और 25 लाख रुपये भाग्यशाली विजेताओं को दिए जाएंगे।