कैप्टन शिवा चौहान (Captain Shiva Chauhan) को सियाचिन के बेहद खतरनाक कुमार पोस्ट में 3 महीनों के लिए तैनात किया जा रहा है।
भारतीय सेना की फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स की कैप्टन शिवा चौहान सियाचिन ग्लेशियर में ऑपरेशनल रूप से तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी बन गई हैं। सियाचिन को दुनिया का सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र माना जाता है। कैप्टन चौहान को 3 महीने की अवधि के लिए 15632 फुट की ऊंचाई पर कुमार पोस्ट पर तैनात किया गया है।
कौन हैं शिवा चौहान
भारत की सुरक्षा में तैनात शिवा राजस्थान के उदयपुर की रहने वाली हैं। उन्होंने वहां से सिविल इंजीनियरिंग से ग्रेजुएशन किया है। 11 साल की उम्र में उनके पिता का निधन हो गया। उनकी मां ने ही उनकी एजुकेशन करवाई। शिवा ने चेन्नई में ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी (OTA) की ट्रेनिंग ली है।
मई 2021 में उन्हें भारतीय सेना की इंजीनियर रेजीमेंट में नियुक्त किया गया। जुलाई 2022 में कैप्टन शिवा ने कारगिल विजय दिवस पर 508 किलोमीटर (युद्ध स्मारक से कारगिल युद्ध स्मारक तक) सुरा सोई साइकल अभियान का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया था।
बेहद मुश्किल ट्रेनिंग से गुजरी हैं चौहान
कैप्टन शिवा चौहान ने 2 जनवरी 2023 को कठिन ट्रेनिंग के बाद अग्रिम पंक्ति का पद हासिल किया। इस ट्रेनिंग में उन्होंने बर्फ की दीवार पर चढ़ना, हिमस्खलन और हिमस्खलन बचाव और उत्तरजीविता का प्रशिक्षण लिया है। कैप्टन चौहान बंगाल सैपर हैं। उनके नेतृत्व में सैपर्स की टीम ग्लेशियर में कई युद्ध इंजीनियरिंग कार्यों के लिए जिम्मेदार होगी।
पीएम मोदी और रक्षामंत्री ने दी बधाई
इस उपलब्धि पर पीएम नरेंद्र मोदी और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह समेत कई नेताओं ने कैप्टन शिवा चौहान को बधाई दी। पीएम मोदी ने कहा, शिवा चौहान की तैनाती पर गर्व है। इस उपलब्धि को हासिल करने वाली वे पहली भारतीय महिला हैं।
रक्षामंत्री सिंह ने ट्वीट किया- शानदार खबर, मुझे ये देखकर काफी खुशी हो रही है कि अधिक महिलाएं सशस्त्र बलों में शामिल हो रही हैं और हर चुनौती का डटकर सामना कर रही हैं। यह उत्साहजनक संकेत है। कैप्टन शिवा चौहान को मेरी शुभकामनाएं।