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Brain Eating Amoeba ने ली 14 साल के बच्चे की जान! जानें कितना खतरनाक है ये संक्रमण

ब्रेन ईटिंग अमीबा क्या है? जानें इसके लक्षण और बचाव

WD Feature Desk
शुक्रवार, 5 जुलाई 2024 (17:59 IST)
Brain Eating Amoeba
Brain Eating Amoeba : हाल ही में केरल के कोझिकोड जिले में एक 14 साल के बच्चे की मौत ब्रेन ईटिंग अमीबा के संक्रमण से हुई। यह घटना एक बार फिर इस खतरनाक संक्रमण के प्रति जागरूकता लाती है। अमीबा के संक्रमण से पिछले दो महीनों में कुल तीन मौतें हो चुकी हैं, जिससे यह साफ है कि इस जानलेवा बीमारी से बचाव के लिए सतर्क रहना बेहद जरूरी है। ALSO READ: ICMR का प्रोटीन सप्लीमेंट से बचने को लेकर अलर्ट, बताया क्‍या होती है हेल्दी डाइट?
 
बता दें कि 14 साल का बच्चा तालाब में नहा रहा था और इसके बाद नाक के जरिए वह अमीबा बच्चे के शरीर में प्रवेश कर गया। यह अमीबा दिमाग को संक्रमित करने लगा जिसके बाद 24 जून को बच्चे अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। आइए जानते हैं कि क्या है ब्रेन ईटिंग अमीबा और इसके लक्षण...ALSO READ: मोटापा और डायबिटीज के कारण बढ़ रहा है फैटी लिवर का खतरा, एक्सपर्ट से जानें बचाव के उपाय
 
Brain Eating Amoeba क्या है?
ब्रेन ईटिंग अमीबा, जिसे वैज्ञानिक भाषा में 'नेगलेरिया फाउलेरी' कहा जाता है, एक फ्री लिविंग अमीबा है जो गर्म तालाबों, झीलों और अन्य पानी के स्रोतों में पाया जाता है। यह अमीबा नाक के जरिए शरीर में प्रवेश करता है और सीधे मस्तिष्क तक पहुंचता है, जहां यह मस्तिष्क के ऊतकों को नष्ट करना शुरू कर देता है।
 
कितना खतरनाक है Brain Eating Amoeba?
'ब्रेन ईटिंग अमीबा', जिसका असली नाम 'नेगलेरिया फाउलेरी' है, बहुत खतरनाक है। ये अमीबा गंदे पानी जैसे तालाबों, झीलों और मिट्टी में पाया जाता है। ये एक तरह का जीव है जो खुद से रहता है। जब ये अमीबा किसी इंसान के शरीर में जाता है, तो ये सीधे दिमाग तक पहुंचता है और दिमाग के अंदर के हिस्से को नष्ट करना शुरू कर देता है। इससे दिमाग काम करना बंद कर देता है और शरीर लकवाग्रस्त हो जाता है।
संक्रमण के लक्षण:
ब्रेन ईटिंग अमीबा के संक्रमण के लक्षण बहुत तेजी से विकसित होते हैं। संक्रमण के कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं...
संक्रमण से बचाव:
ब्रेन ईटिंग अमीबा के संक्रमण से बचाव के लिए कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां बरतनी चाहिए....
1. तालाबों या झीलों में नहाते समय नोज प्लग का प्रयोग करें : गर्म तालाबों, झीलों, नदियों आदि में नहाते समय नोज प्लग का प्रयोग करना बेहद जरूरी है।
 
2. संक्रमित पानी में नहाने से बचें : अगर आपको संदेह है कि कोई पानी का स्रोत संक्रमित है, तो उसमें नहाने से बचें।
 
3. नाक साफ करने के लिए उबले हुए पानी का प्रयोग करें : नाक साफ करने के लिए हमेशा उबले हुए पानी का प्रयोग करें।
 
4. क्लोरिनेटेड स्वीमिंग पूल का प्रयोग करें : क्लोरिनेटेड स्वीमिंग पूल में नहाने से संक्रमण का खतरा कम होता है।
 
5. स्विमिंग करते समय मुंह को पानी के भीतर न डालें : तैराकी करते समय मुंह को पानी के भीतर न डालें।
 
6. सिरदर्द या बुखार होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें : अगर आप गर्म पानी के स्रोत में नहाने के बाद सिरदर्द या बुखार का अनुभव करते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
 
ब्रेन ईटिंग अमीबा एक गंभीर संक्रमण है जिससे बचाव के लिए सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। ऊपर बताए गए सावधानियों का पालन करके आप इस खतरनाक संक्रमण से खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं।
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