इटावा। समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक और उत्तर के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का पार्थिव शरीर सोमवार शाम इटावा जिला स्थित उनके पैतृक गांव सैफई लाया गया। यादव का आज सोमवार सुबह हरियाणा के गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। मुलायम सिंह यादव का अंतिम संस्कार मंगलवार को दोपहर में होगा।
यमुना एक्सप्रेस वे के रास्ते करीब 311 किलोमीटर लंबा सफर तय कर एक एम्बुलेंस के जरिए विशाल काफिले में पूर्व मुख्यमंत्री का शव जब उनके पैतृक गांव लाया गया तो वहां शोक प्रकट करने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व यादव के पुत्र अखिलेश यादव, पार्टी महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव, पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव और भाई व प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव सहित परिवार के अन्य सदस्य वहां मौजूद थे।
शिवपाल यादव को अखिलेश यादव के कंधे पर हाथ रखकर सांत्वना देते हुए देखा गया और इस दौरान अखिलेश यादव फफक-फफककर रो पड़े। सैफई पहुंचे उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी समेत कई प्रमुख नेताओं ने मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि अर्पित की।
दोपहर बाद से ही भारी भीड़ अपने चहेते नेता के अंतिम दर्शन के लिए उनका इंतजार कर रही थी। उनका पार्थिव शरीर लोगों के दर्शनार्थ सैफई मेला महोत्सव के विशाल पंडाल में रखा गया है और मंगलवार की दोपहर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
जिले के व्यापारिक संगठनों ने अपने नेता के सम्मान में 11 अक्टूबर को बाजार बंद रखने का निर्णय लिया है। इटावा व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष अनंत कुमार अग्रवाल ने बताया कि सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रखने का निर्णय स्वेच्छा से लिया गया है।
यादव के भाई अभय राम सिंह और राजपाल सिंह यादव के समक्ष उनके सैफई स्थित घर शोक जताने पहुंचे जिलाधिकारी अवनीश कुमार राय और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जयप्रकाश सिंह ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस को वीआईपी सहित लोगों की भारी भीड़ को देखते हुए दाह-संस्कार के लिए व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।
Edited by: Ravindra Gupta(भाषा)