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सनातन पर उदयनिधि के बयान पर बवाल, भाजपा का I.N.D.I.A गठबंधन से सवाल

INDIA
, रविवार, 3 सितम्बर 2023 (12:18 IST)
Udayanidhi controversial statement on sanatan : स्टालिन के बेटे और तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि द्वारा सनातन धर्म की तुलना मलेरिया और डेंगू से करने पर राजनीतिक बवाल मच गया। भाजपा ने इस मामले को हाथों हाथ लिया वहीं कांग्रेस, राजद समेत इंडिया गठबंधन में शामिल कई दलों ने बयान की निंदा की।
भाजपा ने सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा, घमंडिया गठबंधन का सच! मोहब्बत की दुकान की आड़ में कांग्रेस और राहुल गांधी 'सनातन धर्म के अंत' की बात करने वाली डीएमके का साथ दे रहे हैं। क्या घमंडिया गठबंधन 'सनातन धर्म' को खत्म करना चाहता है?
राज्यसभा सांसद और राजद नेता मनोज झा ने कहा कि कभी-कभी हमको प्रतीक मुहावरों के अंदर जाकर सोचना होगा...हिंदुस्तान का एक मिजाज रहा है, कई लोगों के सनातन में कई सारी विकृतियां हैं..क्या जाति व्यवस्था अच्छी चीज है।

कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि यह देश सभी धर्मों का सम्मान करने के लिए जाना जाता है। हमारा संविधान धर्मनिरपेक्ष है क्योंकि हमारे देश में विभिन्न धर्मों के लोग रहते हैं ताकि देश एकजुट रहे, लेकिन पिछले 9 वर्षों में, भाजपा ने धर्म का राजनीतिकरण किया है। यही कारण है कि कोई भी सामने आता है और धर्म के बारे में कुछ भी कहता है। जिसने यह कहा वह गलत है लेकिन धर्म का राजनीतिकरण करने के लिए भाजपा के नेता जिम्मेदार हैं।
 
डीएमके प्रवक्ता सरवनन अन्नादुरई ने कहा कि हमारे नेता उदयनिधि के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। यदि प्रधानमंत्री 'कांग्रेस मुक्त भारत' कहते हैं, तो क्या वह नरसंहार का आह्वान करते हैं? वे कैसे कह सकते हैं कि उदयनिधि स्टालिन ने नरसंहार का आह्वान किया है? उन्होंने कहा कि जब हम कहते हैं कि हम 'सनातन धर्म' को ख़त्म करना चाहते हैं तो इसका मतलब है कि हम कठोर जाति व्यवस्था को खत्म करना चाहते हैं।
 
उल्लेखनीय है कि द्रमुक नेता उदयनिधि ने कहा था कि हम डेंगू, मलेरिया, मच्छर या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते, हमें इसको मिटाना है, ऐसे ही हमें सनातन को भी मिटाना है। सनातन का विरोध करके उसे खत्म करना चाहिए। सनातन नाम संस्कृत से आया है। ये सामाजिक न्याय और समानता का विरोधी है।
 
इसके बाद सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर अपनी पोस्ट में उदयनिधि ने कहा कि मैंने कभी भी सनातन धर्म का पालन करने वाले लोगों के नरसंहार का आह्वान नहीं किया। सनातन धर्म एक ऐसा सिद्धांत है जो लोगों को जाति और धर्म के नाम पर बांटता है। मैं अपने कहे हर शब्द पर दृढ़ता से कायम हूं। मैंने उत्पीड़ितों और हाशिये पर पड़े लोगों की ओर से बात की, जो सनातन धर्म के कारण पीड़ित हैं।
 

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