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Currency Controversy : नोटों पर लक्ष्मी, गणेश के चित्र छापने की केजरीवाल की मांग पर पार्टियों में शुरू हुई जुबानी जंग

Currency Controversy : नोटों पर लक्ष्मी, गणेश के चित्र छापने की केजरीवाल की मांग पर पार्टियों में शुरू हुई जुबानी जंग
, बुधवार, 26 अक्टूबर 2022 (22:47 IST)
नई दिल्ली। भारतीय करेंसी नोटों पर भगवान गणेश और लक्ष्मी के चित्र प्रकाशित करने की दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अपील के बाद बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) तथा विपक्षी दलों- भाजपा और कांग्रेस- के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है।
 
हालांकि, जहां भाजपा ने केजरीवाल के इस आग्रह की कड़ी आलोचना करते हुए इसे आगामी चुनावों से पहले अपने पार्टी के ‘भयावह हिन्दू विरोधी चेहरे’ को छिपाने की ‘नाकाम कोशिश’ करार दिया है, वहीं कांग्रेस ने संविधान के धर्मनिरपेक्ष सिद्धांतों के कथित उल्लंघन को लेकर मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की है।
 
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने केजरीवाल की इस मांग की आलोचना करते हुए इसे चुनावों से पहले अपने पार्टी के ‘भयावह हिन्दू विरोधी चेहरे’ को छिपाने की ‘नाकाम कोशिश’ करार दिया।
 
तिवारी ने कहा कि केजरीवाल ने जो कुछ भी कहा है, अगर वह उनके लिए वाकई मायने रखता है तो उन्हें ‘हिन्दू देवी-देवताओं के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने’ के लिए दिल्ली के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम और ‘आप’ की गुजरात इकाई के अध्यक्ष गोपाल इटालिया को पार्टी से निकाल देना चाहिए।
 
उन्होंने मांग की कि केजरीवाल गौतम और इटालिया को पार्टी से निकालकर सनातन धर्म के प्रति अपना सम्मान दिखाएं।
 
तिवारी ने कहा कि ऐसे सभी नेता ..भले वह (राजेन्द्र पाल) गौतम हों या आप की गुजरात इकाई के अध्यक्ष, अब भी पार्टी में बने हुए हैं।
 
भाजपा सांसद ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का विरोध करने वाले अब चुनाव के मद्देनजर एक नया ‘मुखौटा’लेकर आए हैं। उन्होंने केजरीवाल द्वारा अपनी दादी के शब्दों का उद्धरण देने वाले उस कथित बयान का जिक्र किया जिसमें कहा गया था कि भगवान राम एक मस्जिद को ध्वस्त कर निर्मित मंदिर में निवास नहीं कर सकते।
 
तिवारी ने आरोप लगाया कि अब तक हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान करने वाले अपनी पार्टी नेताओं की रक्षा में जुटे मुख्यमंत्री अब चुनाव के मद्देनजर अपना चेहरा बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
 
केजरीवाल ने बुधवार को प्रेस कॉन्फेंस में भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति का जिक्र करते हुए कहा था कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए के लगातार कमजोर होने के कारण देश नाजुक स्थिति से गुजर रहा है।
 
उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि भारत एक विकसित और समृद्ध देश बने। हमें बड़ी संख्या में स्कूलों, अस्पतालों का निर्माण करना होगा और इसे संभव बनाने के लिए सड़कों और बिजली के लिए बुनियादी ढांचे का विकास करना होगा। हम सभी प्रयास करते हैं, लेकिन इनका फल तभी मिलता है, जब भगवान हम पर अपनी कृपा बरसाते हैं।
 
केजरीवाल ने कहा था कि आज मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार से अपील करता हूं कि हमारे नोटों पर एक तरफ महात्मा गांधी की तस्वीर है। यह जिस स्थिति में है, वैसी ही रहनी चाहिए, लेकिन दूसरी तरफ भगवान गणेश और लक्ष्मी के चित्र छपे होने चाहिए। 
 
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा था कि वह चलन में मौजूद सभी नोटों को बदलने की मांग नहीं कर रहे हैं, लेकिन उनका सुझाव है कि हर महीने छापे जाने वाले नए नोटों में भगवान गणेश और लक्ष्मी के चित्र शामिल किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा था कि इस तरह कुछ अवधि में बड़ी संख्या में इस तरह के नोट चलन में आ जाएंगे।
 
भाजपा द्वारा आप के राष्ट्रीय संयोजक पर हमले तेज होते ही पार्टी सांसद संजय सिंह सहित आप के नेताओं ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा सिर्फ इसलिए इस प्रस्ताव से असहज है क्योंकि अरविंद केजरीवाल ने इसके लिए अनुरोध किया है।
 
वहीं, ‘आप’ विधायक आतिशी ने भाजपा से केजरीवाल की मांग का समर्थन करने का आग्रह करते हुए कहा कि अगर आप चाहें तो अरविंद केजरीवाल से नफरत करना जारी रख सकते हैं, लेकिन कम से कम भगवान गणेश और लक्ष्मी से तो नफरत न करें। उनके आशीर्वाद से तो नफरत न करें। कम से कम इस देश की तरक्की से तो नफरत न करें।
 
उन्होंने कहा कि मैं भाजपा नेताओं से हाथ जोड़कर निवेदन करना चाहती हूं कि इस प्रस्ताव का विरोध सिर्फ इसलिए न करें, क्योंकि आप आम आदमी पार्टी और केजरीवाल से नफरत करते हैं।
 
भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने ट्विटर पर दिल्ली सरकार का एक कथित दिवाली विज्ञापन साझा किया, जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल की तस्वीर तो दिखाई गई थी, लेकिन उसमें गणेश और लक्ष्मी की तस्वीरें गायब थीं। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद केजरीवाल मांग कर रहे हैं कि करेंसी नोटों पर देवताओं की तस्वीरें छपी हों।
 
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि केजरीवाल पाखंड कर रहे हैं, क्योंकि ‘आप’ सरकार ने हाल ही में पटाखों के साथ दिवाली मनाने वाले लोगों को कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी थी।
 
पात्रा ने हाल ही में एक विवादास्पद धर्मांतरण कार्यक्रम में ‘आप’ नेता राजेंद्र पाल गौतम की मौजूदगी का भी जिक्र किया, जिसमें कथित तौर पर हिन्दू देवी-देवताओं की पूजा नहीं करने का संकल्प लिया गया था।
 
आप विधायक और दिल्ली विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक दिलीप पांडे ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि हालांकि भाजपा धर्म के ध्वजवाहक का ‘स्वांग’ रचती है, लेकिन दूसरी ओर यह मुख्यमंत्री के प्रस्ताव का विरोध कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा को बताना चाहिए कि उन्हें प्रस्ताव से क्या दिक्कत है।
 
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल को संविधान में निहित धर्मनिरपेक्ष सिद्धांत का ‘उल्लंघन’ करने के लिए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
 
उन्होंने कहा कि केजरीवाल देश की धर्मनिरपेक्ष साख का उल्लंघन करने के लिए हिन्दू देवी-देवताओं को अपनी राजनीतिक चाल के दायरे में लाकर निम्न स्तर की राजनीति कर रहे हैं।  भाषा Edited by Sudhir Sharma

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