नई दिल्ली। भाजपा नेता गौरव भाटिया ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने गलत तथ्य रखें। उन्होंने सवाल किया कि पाक जासूस के साथ मंच पर क्यों बैठे थे मंत्री? उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस को करंट पाकिस्तान से आता है।
भाटिया ने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे लोगों की बड़ी जिम्मेदारी होती है। किसी भी व्यक्ति से ऊपर हमारा देश भारत है और भारत के नागरिकों का हित है।
आतंकवाद के विषय पर आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस की तस्वीर में दिख रहा है कि बीच में हामिद अंसारी जी बैठे हैं, उसी मंच पर पाकिस्तान के बहरूपिया पत्रकार, पाकिस्तान का एजेंट नुसरत मिर्जा भी बैठा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा पूछे गए कांग्रेस पार्टी और हामिद अंसारी से सवालों के जवाब में हामिद अंसारी जी ने सारा ठीकरा कांग्रेस सरकार पर ये कह कर फोड़ा कि जो उपराष्ट्रपति के कार्यक्रम में बुलाए जाते हैं वो सरकार की सलाह से बुलाए जाते हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस आईएसआई एजेंट से आतंकवाद के खिलाफ लड़ना सीख रही थी। कांग्रेस ने देश की सुरक्षा को खतरे में डाला। उन्होंने सवाल किया कि क्या ये सत्य नहीं है कि इस तरह का कोई भी कार्यक्रम आयोजित होता है तो उसकी क्लेरेंस इंटेलिजेंस एजेंसी के इनपुट के क्या बाद में दी जाती है? हामिद अंसारी और मंत्रियों ने जासूस के साथ मंच क्यों साझा किया? अंसारी मंच साझा करने से इस इंकार कर सकते थे।
उल्लेखनीय है कि भाजपा के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने बुधवार को पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा के उस दावे को लेकर अंसारी और कांग्रेस से स्पष्टीकरण मांगा था, जिसमें उसने कहा है कि उसने संप्रग सरकार के कार्यकाल में पांच बार भारत की यात्रा की और यहां से एकत्रित संवदेनशील सूचनाएं अपने देश की खुफिया एजेंसी आईएसआई को उपलब्ध कराईं।
भाजपा ने पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने इस आरोप को नकारा था कि उन्होंने एक पाकिस्तानी पत्रकार को भारत में आमंत्रित किया था, जिसने आईएसआई के लिए जासूसी करने का दावा किया है।
वर्ष 2007 से 2017 तक उपराष्ट्रपति रहे अंसारी ने कहा था कि मैंने 11 दिसंबर, 2010 को आतंकवाद पर 'अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद और मानवाधिकारों पर न्यायविदों के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन' का उद्घाटन किया था। जैसा कि सामान्य प्रथा है, आयोजकों द्वारा आमंत्रितों की सूची तैयार की गई होगी। मैंने उसे (पाकिस्तानी पत्रकार) कभी आमंत्रित नहीं किया या उससे मुलाकात नहीं की।