नई दिल्ली। बुराड़ी में एक ही परिवार के 11 सदस्यों की रहस्यमीय मौत की दिल्ली पुलिस की जांच इस बात पर केंद्रित होगी कि क्या इसमें कोई ‘बाहरी प्रभाव’था। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जांच आगे बढ़ने के दौरान कुछ रिश्तेदारों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने परिवार के एक सदस्य के बारे में ‘कुछ विचित्र बातें ’सुनने को मिली थीं लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया। पुलिस अंतिम पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। वे शवों के विसरा को फोरेंसिक जांच के लिए भेजेंगे ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि सदस्यों को जहर दिया गया था अथवा नहीं।
घटनास्थल से बरामद रजिस्टर को जांच के लिए हस्तलेखन विश्लेषण के लिए भेजा जाएगा जबकि पुलिस को विश्वास है कि रजिस्टर लिखने वालों में 33 वर्षीय प्रियंका भी शामिल है। शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया था कि सभी 11 सदस्यों ने फांसी लगा ली थी और लड़ाई या संघर्ष का कोई संकेत नहीं है। पुलिस ने अभी तक निर्णय नहीं किया है कि किसी मनोरोग विशेषज्ञ की सहायता ली जाए ताकि मृतक सदस्यों की मनोदशा को समझा जा सके।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वे जांच कर रहे हैं कि क्या ललित किसी के प्रभाव में ऐसी बातें करता था। उसने दावा किया था कि उसके अंदर उसके पिता की आत्मा है। उन्होंने कहा, ‘इस बात की जांच की जा रही है कि क्या ललित के दिमाग में इस तरह की बातें उसका कोई नजदीकी व्यक्ति भर रहा था या वह किसी मनोरोग से पीड़ित था। जांच में इस बात पर ध्यान केंद्रित होगा कि क्या कोई बाहरी प्रभाव था।’
अधिकारी ने यह भी कहा कि शुरुआत में रूचि नहीं लेने के बाद अब कुछ रिश्तेदार ललित के व्यवहार के बारे में बातें करने लगे हैं। अधिकारी ने बताया, ललित की पत्नी टीना ने अपनी बहनों और कुछ अन्य रिश्तेदारों से कहा था कि ललित में कभी-कभी उसके पिता की आत्मा आती है। बहरहाल, उन्होंने दावा किया कि उन्होंने कभी भी उसे विचित्र तरीके से व्यवहार करते नहीं देखा।
उन्होंने कहा, उन्होंने कभी नहीं सोचा कि यह चिंता की बात हो सकती है क्योंकि उसके व्यवहार के कारण उसके परिवार के किसी सदस्य को कोई नुकसान नहीं हुआ। बजाए इसके परिवार पिछले 11 वर्षों में समृद्ध हुआ जब ललित उन भ्रांतियों में पड़ने लगा। बहरहाल ललित के भाई और बहन को इस बारे में कुछ पता नहीं है जो राजस्थान और हरियाणा में रहते हैं। बुराड़ी में इस परिवार के 11 सदस्यों में से दस के शव रविवार को कमरे में लटकते पाए गए थे जबकि परिवार की मुखिया 77 वर्षीय नारायणी देवी का शव घर के दूसरे कमरे में फर्श पर पड़ा हुआ था।