Bihar Politics : बिहार में नीतीश कुमार सरकार के पहले मंत्रिमंडल विस्तार से पहले एक बार फिर बिहार की सियासत गरमा रही है। हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (HAM) के नेता जीतनराम मांझी अपनी पार्टी के लिए एक और मंत्री पद की मांग को लेकर अड़ गए हैं। इस बीच कहा जा रहा है कि महागठबंधन ने उन्हें मुख्यमंत्री पद ऑफर कर दिया है।
पूर्व सीएम जीतनराम मांझी का कहना है कि HAM को मंत्रिमंडल में कम से कम एक मंत्री पद और मिलना चाहिए और अगर ऐसा नहीं होता है तो ये अन्याय होगा। वे अनिल सिंह को भी मंत्री बनवाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे महागठबंधन की तरफ से सीएम पद का ऑफर मिला था लेकिन मैने उसे ठुकरा दिया।
नीतीश कुमार सरकार को जल्द ही बिहार विधानसभा में बहुमत साबित करना है। 243 सदस्यों वाली विधानसभा में सत्ता पक्ष के साथ 128 विधायक है। इनमें भाजपा के 78, जदयू के 45 और हम के 4 विधायक हैं। सत्तारुढ़ गठबंधन को एक निर्दलीय विधायक का भी समर्थन प्राप्त है।
राजद के पास 79 विधायक हैं। वहीं कांग्रेस के पास 19, सीपीआई (एम-एल), सीपीआई और सीपीआई (एम) के पास 16 विधायक हैं।
राज्य में सियासी सरगर्मी बढ़ने के बीच बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा आज दिल्ली जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि वे पार्टी आलाकमान से कैबिनेट विस्तार पर चर्चा करेंगे। इधर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी दिल्ली में बिहार कांग्रेस के नेताओं की बैठक बुलाई है।
उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार ने महागठबंधन से अलग होने के बाद भाजपा के साथ मिलकर 28 जनवरी को बिहार में 9वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन समेत 8 लोगों को मंत्री बनाया गया है।
Edited by : Nrapendra Gupta