फैजाबाद। लोकसभा चुनाव का समय जैसे-जैसे करीब आता जा रहा है, अयोध्या स्थित रामजन्म भूमि व बाबरी मस्जिद मुद्दे की गर्माहट भी तेज होना शुरू हो गई है। सभी राजनीतिक दलों को ऐसा लगता है कि इस मुद्दे को हवा देकर वोट बैंक की राजनीति की जा सकती है और इसी कारण से सभी ने अपने-अपने ढंग से इस मसले पर रोटियां सेंकना शुरू कर दिया है।
अयोध्या पहुंचे शिवसेना नेता व राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने बताया कि नवंबर माह में शिवसेना प्रुमख उद्धव ठाकरे का आगमन होगा, जिसकी घोषणा मुंबई दशहरा रैली में की जाएगी। मैं उसी की तैयारियों जा जायजा लेने के मकसद से अयोध्या आया हूं।
राउत ने कहा की जब बाला साहब ठाकरे थे तब विवादित ढांचे को गिराकर श्रीराम को मुक्त किया गया था। उन्होंने चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि यदि अब भी राम को वनवास में रखा तो 2019 के चुनाव के बाद इस देश की जनता जिसके हृदय में श्रीराम बसते हैं, वह भाजपा को ही हमेशा के लिए वनवास भेज देगी।
उन्होंने कहा की वर्तमान में भाजपा की सरकार राज्य व केंद्र से लेकर राष्ट्रपति भवन पर तक कब्जा बनाए हुए हैं फिर भी राम मंदिर निर्माण अधर में लटका हुआ है। संजय ने कहा की भाजपा जब तीन तलाक व एससी-एसटी एक्ट पर अध्यादेश ला सकती है तो राम मंदिर निर्माण में क्यों नहीं। वह चाहे तो 24 घंटे के अंदर श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण का आदेश कर सकती है और अगर भाजपा राम मंदिर निर्माण नहीं कराती है तो उसे राम के नाम पर वोट मांगने का कोई अधिकार नहीं है।