दिल्ली सरकार पद्म अवार्ड के लिए सिर्फ डॉक्टर्स और स्वास्थ्यकर्मियों के नाम केंद्र को भेजेगी
, मंगलवार, 27 जुलाई 2021 (13:12 IST)
मुख्य बिन्दु -
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केजरीवाल सरकार का बड़ा फैसला
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इस बार पद्म पुरस्कारों के लिए सिर्फ डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों की सिफारिश
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दिल्ली जनता से मांगे डॉक्टरों के नाम
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मनीष सिसोदिया की अध्यक्षता वाली कमेटी करेगी अंतिम निर्णय
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने इस बार पद्म अवार्ड के लिए केवल डॉक्टर्स और स्वास्थ्य कर्मियों के नाम केंद्र सरकार भेजने का निर्णय लिया है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार पद्म भूषण, पद्म विभूषण और पद्मश्री अवार्ड के लिए जिनके नाम केंद्र को भेजेगी, वह नाम दिल्ली की जनता बताएगी।
दिल्ली का कोई भी नागरिक padmaawards.delhi@gmail.com पर पूरी जानकारी के साथ किसी भी डॉक्टर या स्वास्थ्यकर्मी का नाम 15 अगस्त तक भेज सकता है। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की अध्यक्षता में बनी सर्च एंड स्क्रीनिंग कमेटी इन नामों की स्क्रीनिंग करेगी। इसके बाद हम वे नाम 15 सितंबर से पहले केंद्र को भेज देंगे। सीएम ने कहा कि दिल्ली सरकार पूरे देश में अकेली सरकार है, जिसने कोरोना काल में लोगों की सेवा करते-करते शहीद हुए स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपए की सम्मान राशि दी। अब यह समय सभी डॉक्टर्स और स्वास्थ्यकर्मियों का सम्मान करने का है कि हम सब उनके कितने शुक्रगुजार हैं?
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि कोरोना कॉल में डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ, स्वास्थ्यकर्मियों और पैरामेडिकल ने लोगों की बहुत सेवा की। अपनी जान को दांव पर लगाकर इन्होंने लोगों की जान बचाई। मैं कई डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों को जानता हूं जो कई-कई दिनों तक अपने घर नहीं गए। उन लोगों ने रात-दिन, 24 घंटे मेहनत करके हम लोगों की जान बचाई। कई डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों को मैं जानता हूं, जो लोगों की सेवा करते-करते उनको खुद कोरोना हो गया और वे दुनिया छोड़कर चले गए, शहीद हो गए। पूरा देश और सारी इंसानियत इनकी कर्जदार है। इनका जितना शुक्रिया अदा करें, उतना कम है। हमारे पास इनका शुक्रिया अदा करने के लिए शब्द नहीं है।
दिल्ली सरकार पूरे देश में अकेली सरकार है, जिसने एक-एक करोड़ रुपए की सहायता उन सभी स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को दी, जिनको लोगों की सेवा करते हुए कोरोना हो गया और शहीद हो गए। हम लोगों ने ऐसे लोगों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपए की सम्मान राशि दी। अब यह समय है, सभी डॉक्टर और सभी स्वास्थ्य कर्मियों को यह कहने का, यह जताने का, यह बताने का और उनका सम्मान करने का कि हम सब उनके कितने शुक्रगुजार हैं?
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हर वर्ष देश ऐसी कुछ चुनिंदा हस्तियों को भारत रत्न और पद्म अवार्ड से सम्मानित करता है, जिन लोगों ने अपने-अपने क्षेत्र के अंदर बहुत अच्छा काम किया और प्रतिभा दिखाई है। मैं यहां तीन अवार्ड की बात रहा हूं, पद्म भूषण, पद्म विभूषण और पद्मश्री। इन तीनों अवार्ड के लिए केंद्र सरकार जनता से भी नाम मंगवाती है और सभी राज्य सरकारों को भी लिखती है कि अगर राज्य सरकारें अपने-अपने राज्य से किसी ऐसी हस्ती का नाम देना चाहें, तो राज्य सरकारें भी अपनी तरफ से पद्म अवार्ड के लिए नाम भेजती हैं।
सीएम ने कहा कि दिल्ली सरकार ने तय किया है कि इस बार हम केवल डॉक्टर्स और स्वास्थ्यकर्मियों के नाम पद्म अवार्ड के लिए भेजेंगे। हम अपने डॉक्टर्स और स्वास्थ्यकर्मियों से कहना चाहते हैं कि हम आपके शुक्रगुजार हैं और हम उनका सम्मान करना चाहते हैं। हम चाहते हैं कि इस बार का पद्म अवार्ड डॉक्टर्स और स्वास्थ्यकर्मियों को दिए जाएं। इसी के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने यह तय किया कि हम केवल डॉक्टर्स और स्वास्थ्यकर्मियों के नाम केंद्र सरकार को भेजेंगे और यह नाम जनता बताएगी। जनता को ज्यादा पता है कि किन डॉक्टर ने कितना अच्छा काम किया, कितनी अच्छी सेवा की। किस डॉक्टर ने कितनी शिद्दत के साथ कितनी कुर्बानी करके सेवा की।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि इसके लिए दिल्ली सरकार की ओर से हम लोग एक ईमेल एड्रेस padmaawards.delhi@gmail.com जारी कर रहे हैं। इस ईमेल एड्रेस पर कोई भी व्यक्ति, किसी भी डॉक्टर या किसी भी स्वास्थ्य कर्मी का नाम और उसने क्या काम किया? उसकी सारी जानकारी के साथ भेज सकता है। आप क्यों चाहते हैं कि उनको पद्म अवार्ड मिले।
यह सारी जानकारी आप हमें 15 अगस्त तक भेज दीजिए। यह नाम दिल्ली का कोई भी नागरिक भेज सकता है। हम लोगों ने एक सर्च एंड स्क्रीनिंग कमेटी बनाई है, जिसके अध्यक्ष उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया हैं। यह कमेटी दिल्ली के लोगों की तरफ से मिले सारे नामों को अगले 15 दिनों के अंदर स्क्रीन करके तय करेगी कि किन नामों को दिल्ली सरकार की तरफ से इन अवार्ड के लिए सिफारिश की जाए और फिर वह नाम हम केंद्र सरकार को भेजेंगे। केंद्र सरकार को नाम भेजने की अंतिम तिथि 15 सितंबर है।
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