नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने शनिवार को पाकिस्तान पर आतंकवादियों को पनाह देने का आरोप लगाते हुए कहा कि सीमा पार प्रशिक्षण शिविरों में लगभग 300-400 आतंकवादी जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करने के मौके की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
जनरल नरवणे ने यहां करियप्पा परेड ग्राउंड में सेना दिवस के अवसर पर कहा कि सीमा पार प्रशिक्षण शिविरों में लगभग 300-400 आतंकवादी जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करने के मौके की प्रतीक्षा कर रहे हैं, लेकिन नियंत्रण रेखा पर सैन्य अभियानों और सेना के मजबूत घुसपैठ विरोधी ग्रिड ने कई प्रयासों को विफल कर दिया है। उन्होंने कहा कि ड्रोन के जरिए हथियारों की तस्करी के लिए भी सीमा पार से प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना सीमाओं पर यथास्थिति को एकतरफा बदलने के प्रयासों की अनुमति नहीं देगी और देश का धैर्य अपनी अंतर्निहित ताकत से पैदा हुआ है तथा इसे अन्यथा नहीं लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछला एक साल हमारे लिए बहुत चुनौतीपूर्ण रहा। आप हमारी उत्तरी सीमाओं पर चीन के साथ हुए घटनाक्रम से अवगत हैं। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए हाल ही में 14वीं वरिष्ठ सैन्य कमांडर स्तर की वार्ता हुई।
उन्होंने कहा कि विभिन्न स्तरों पर संयुक्त प्रयासों के कारण, कई क्षेत्रों से विघटन हुआ है। यह अपने आप में एक सकारात्मक विकास है। हमारे प्रयास आपसी और समान सुरक्षा के सिद्धांत के आधार पर मौजूदा स्थिति को हल करने के लिए जारी रहेंगे।
जनरल नरवणे ने कहा कि पिछले दो वर्षों में जम्मू-कश्मीर के अंदरूनी हिस्सों में जमीनी स्थितियों में प्रगतिशील सुधार हुआ है। सीमा पार से समर्थित आतंकवादी संगठन विकास प्रक्रिया को रोकने की कोशिश कर रहे हैं। गैर स्थानीय लोगों और गरीब मजदूरों को लक्षित करना इस साजिश का हिस्सा है, लेकिन सुरक्षा बलों के लगातार प्रयासों से हिंसा की घटनाओं में काफी कमी आई है।
सेना प्रमुख ने सेना दिवस परेड में वीरता पुरस्कार प्रदान किया। फील्ड मार्शल केएम करियप्पा के भारतीय सेना के पहले भारतीय कमांडर-इन-चीफ के रूप में पदभार ग्रहण करने के उपलक्ष्य में सेना दिवस मनाया जाता है। भारतीय सेना सभी कमान मुख्यालयों में आज यह दिवस मना रही है।