नई दिल्ली। सेना में भर्ती की नई योजना अग्निपथ पर पिछले 5 दिनों से जारी बवाल के बीच तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने रविवार को एक बार फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें सेना अधिकारियों ने साफ कर दिया कि अग्निपथ योजना वापस नहीं होगी और इसमें कोई भी बदलाव दबाव में नहीं किया गया है।
-अग्निपथ योजना वापस नहीं होगी, यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा।
-हम सशस्त्र बलों के उम्र संबंधी प्रोफाइल को घटाने के लिए यह सुधार ला रहे हैं। सेना में जवानों की औसत उम्र कम करने की बात 1989 से चल रही थी।
-हर साल करीब 17,600 कर्मी समय पूर्व सेवानिवृत्ति लेते हैं, ऐसा नहीं है कि अग्निपथ योजना के तहत ही लोग (सेना से) बाहर आएंगे।
-नौसेना में अग्निवीरों का पंजीकरण 25 जून से शुरू होगा। वायुसेना में अग्निवीरों का पंजीकरण 24 जून से होगा। थल सेना के लिए 1 जुलाई को नोटिफिकेशन।
-आम जवानों और अग्निवीरों को समान भत्ते मिलेंगे, दोनों की सुविधाओं में कोई अंतर नहीं होगा।
-अग्निवीरों को भर्ती से पहले शपथपत्र देना होगा कि उन्होंने किसी भी तरीके के विरोध प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लिया।
-आज की तुलना में अग्निवीरों को ज्यादा अलाउंस और सुविधाएं मिलेंगी।
-देश की सेवा में बलिदान देने वाले अग्निवीरों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा मिलेगा।
-अग्निवीरों को उम्र में रियायत दबाव में नहीं।
-अग्निवीरों को आरक्षण पहले से प्लान था।