भोपाल। सिख विरोधी दंगों को लेकर आज दिल्ली उच्च न्यायालय के कांग्रेस नेता सज्जन कुमार के संबंध में आए फैसले के परिप्रेक्ष्य में वरिष्ठ पार्टी नेता एवं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि उनके खिलाफ कोई आरोप पत्र नहीं है।
आज ही मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले कमलनाथ ने शाम को राज्य मंत्रालय में चर्चा की। सिख विरोधी दंगों के बारे में पूछे जाने पर कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने 1991 में भी मंत्री के रूप में शपथ ली थी। इसके बाद आज यहां मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। सिख विरोधी दंगों के मामले में उनके खिलाफ न तो कोई आरोप पत्र है और न ही कोई प्रकरण है। फिर क्यों उनका नाम घसीटा जाता है, यह राजनीति सब समझ सकते हैं।
राज्य मंत्रिमंडल के गठन के संबंध में पूछे जाने पर कमलनाथ ने कहा कि मंत्रिमंडल के गठन को लेकर अभी तक उन्होंने कुछ सोचा ही नहीं। वे कल से इस मुद्दे पर सोचना शुरू करेंगे। मंत्रिमंडल के गठन में योग्यता के साथ ही क्षेत्रीय और अन्य तरह के संतुलन पर ध्यान दिया जाएगा।
कमलनाथ ने आज ही मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। माना जा रहा है कि वे अब शीघ्र ही मंत्रिमंडल का गठन करने के साथ ही वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को नई जिम्मेदारियां देंगे।