Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

विमान टिकट रद्द कराने का शुल्क कम करने की संसद की समिति ने की सिफारिश

Webdunia
रविवार, 23 दिसंबर 2018 (18:41 IST)
नई दिल्ली। संसद की एक समिति ने विमान सेवा कंपनियों द्वारा विभिन्न मदों में भारी-भरकम शुल्क वसूलने पर लगाम लगाने सिफारिश की है तथा कहा है कि टिकट रद्द कराने का शुल्क किसी भी सूरत में मूल किराए के 50 प्रतिशत से ज्यादा न हो। उसने एयरलाइंस कर्मचारियों के दुर्व्यवहार पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की भी अनुशंसा की है।
 
 
परिवहन, पर्यटन एवं संस्कृति पर संसद की स्थायी समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि टिकट रद्द कराने के लिए एयरलाइंस द्वारा वसूला जाने वाला शुल्क किसी भी स्थिति में मूल किराए के 50 प्रतिशत से अधिक न हो, ऐसा सुनिश्चित किया जाना चाहिए। टिकट रद्द कराने पर कर तथा ईंधन शुल्क वापस किया जाना चाहिए।
 
उल्लेखनीय है कि वर्तमान नियमों के अनुसार टिकट रद्द कराने पर लगने वाला अधिकतम शुल्क मूल किराया और ईंधन शुल्क के योग के बराबर हो सकता है। समिति ने दिव्यांग यात्रियों को बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के सुविधाजनक सीट आवंटित करने कि 'लो फेयर बकेट' में ज्यादा टिकट की उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा सभी हवाई अड्डों पर ई-बोर्डिंग की व्यवस्था करने की भी वकालत की है। (वार्ता)

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

महाराष्ट्र चुनाव : NCP शरद की पहली लिस्ट जारी, अजित पवार के खिलाफ बारामती से भतीजे को टिकट

कबाड़ से केंद्र सरकार बनी मालामाल, 12 लाख फाइलों को बेच कमाए 100 करोड़ रुपए

Yuvraj Singh की कैंसर से जुड़ी संस्था के पोस्टर पर क्यों शुरू हुआ बवाल, संतरा कहे जाने पर छिड़ा विवाद

उमर अब्दुल्ला ने PM मोदी और गृहमंत्री शाह से की मुलाकात, जानिए किन मुद्दों पर हुई चर्चा...

सिख दंगों के आरोपियों को बरी करने के फैसले को चुनौती, HC ने कहा बहुत देर हो गई, अब इजाजत नहीं

सभी देखें

नवीनतम

उत्तरकाशी में मस्जिद को लेकर बवाल, हिंदू संगठनों का प्रदर्शन, पुलिस ने किया लाठीचार्ज, 27 लोग घायल

Maharashtra : पुणे में पानी की टंकी गिरी, 5 श्रमिकों की मौत, 5 अन्य घायल

Cyclone Dana : चक्रवात दाना पर ISRO की नजर, जानिए क्या है अपडेट, कैसी है राज्यों की तैयारियां

भारत के 51वें CJI होंगे जस्टिस संजीव खन्ना, 11 नवंबर को लेंगे शपथ

चीन के साथ समझौते पर क्‍या बोले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह

આગળનો લેખ
Show comments