Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

2000 रुपए के 93 प्रतिशत नोट बैंकों में वापस आए

Webdunia
शुक्रवार, 1 सितम्बर 2023 (18:00 IST)
93 percent of 2000 notes returned in Banks: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को कहा कि चलन से हटाए गए 2000 रुपए मूल्य के कुल 93 प्रतिशत नोट बैंकों में वापस आ गए हैं। भारत की केन्द्रीय बैंक ने 19 मई, 2023 को 2000 रुपए के नोटों को चलन से वापस लेने की घोषणा की थी।
 
रिजर्व बैंक के एक बयान के मुताबिक, बैंकों से मिले आंकड़ों से पता चलता है कि 31 अगस्त, 2023 तक बैंकों में जमा 2000 रुपए के नोटों का कुल मूल्य 3.32 लाख करोड़ रुपए था। इसका मतलब है कि 31 अगस्त, 2023 को 2000 रुपए के 0.24 लाख करोड़ रुपए के नोट ही चलन में थे। 
 
प्रमुख बैंकों से एकत्रित आंकड़े बताते हैं कि 2000 रुपए के करीब 87 प्रतिशत नोट बैंकों में जमा कराए गए जबकि 13 प्रतिशत नोटों को अन्य मूल्य वर्ग के नोटों से बदला गया।
 
गौरतलब है कि 31 मार्च, 2023 को चलन में मौजूद 2000 रुपए के नोट का कुल मूल्य 3.62 लाख करोड़ रुपए था, जो 19 मई 2023 को इन्हें वापस लिए जाने की घोषणा के समय घटकर 3.56 लाख करोड़ रुपए हो गया था। 
 
आरबीआई ने लोगों से 2000 हजार रुपए के नोट को 30 सितंबर, 2023 तक बैंकों में जमा कराने या अन्य मूल्य वर्ग के नोट के साथ बदलवाने का अनुरोध किया है। (भाषा) 

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

UP : संभल में कैसे भड़की हिंसा, 3 लोगों की मौत का कौन जिम्मेदार, औवेसी का भी आया बयान, क्या बोले पुलिस अधिकारी

दैत्यों के साथ जो होता है, वही हुआ, महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों पर बोलीं कंगना रनौत

मराठवाड़ा में महायुति की 46 में से 40 सीटें, क्या फेल हो गया मनोज जरांगे फैक्टर

संभल मामले में अखिलेश यादव का बड़ा बयान, हिंसा के लिए इन्‍हें ठहराया जिम्मेदार

बावनकुले ने बताया, कौन होगा महाराष्‍ट्र का अगला मुख्‍यमंत्री?

सभी देखें

नवीनतम

उत्तर प्रदेश में गूगल मैप ने ले ली 3 लोगों की जान, जानिए कैसे हो गया हादसा?

ठंड दिखाने वाली है अपने तीखे तेवर, दक्षिण भारत में बारिश का अलर्ट, दिल्‍ली NCR में आई प्रदूषण में गिरावट

LIVE: संभल में हिंसा के दौरान 4 की मौत, कैसे रातोरात दफना दी गईं लाशें

महाराष्ट्र में कौन बनेगा मुख्यमंत्री, सस्पेंस बरकरार, क्या BJP फिर लेगी कोई चौंकाने वाला फैसला

संभल हिंसा पर कांग्रेस का बयान, बताया BJP-RSS और योगी आदित्यनाथ की साजिश

આગળનો લેખ
Show comments