Opposition leaders meeting in Patna : विपक्षी दलों के शीर्ष नेता 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा विरोधी मोर्चे के गठन की रूपरेखा तैयार करने के लिए आज बैठक करेंगे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बुलाई गई इस बैठक पर सभी की नजरें लगी हुई है। इस बैठक में 6 मुख्यमंत्रियों समेत 15 दलों के नेताओं के शामिल होंगे।
बैठक में शामिल होने के लिए ममता बनर्जी के अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन पटना पहुंच चुके हैं।
इस बैठक में बसपा प्रमुख मायावती को आमंत्रित नहीं किया गया है और राष्ट्रीय लोकदल प्रमुख जयंत चौधरी एक पारिवारिक कार्यक्रम के कारण सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे। बैठक में यूपी से केवल समाजवादी पार्टी शामिल होगी।
इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (जेएमएम), महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (शिवसेना-यूबीटी) और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार के शामिल होने की उम्मीद है।
बैठक में रवाना होने से पहले कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि राहुल गांधी की वजह से विपक्ष एकजुट हो रहा है।
कुमार पिछले साल अगस्त में भाजपा से नाता तोडने के बाद अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा को परास्त करने के लिए विपक्षी दलों को एकजुट करने की मुहिम में लगे हुए हैं। विपक्षी दल फिलहाल नेतृत्व के सवाल से बचना चाहेंगे और साझा आधार बनाने पर जोर देंगे।
बैठक में शामिल होने के लिए पटना पहुंची तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में वे एक परिवार की तरह लड़ेंगे।
हालांकि बैठक से पहले इन दलों में मतभेद भी दिखाई दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने अगर दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण से संबंधित केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ आप को समर्थन देने का वादा नहीं किया तो यह पार्टी पटना में होने वाली बैठक से बहिर्गमन कर सकती है।