भोपाल। मध्यप्रदेश में राहुल गांधी के दौरे के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता जोश में हैं। हर तरफ राहुल के दौरे की चर्चा चल रही है। चुनाव से ठीक पहले हुए कार्यकर्ता सम्मेलन में राहुल गांधी ने टिकट देने का जो फार्मूला बताया उससे जहां पार्टी के कर्मठ और पुराने कार्यकर्ता खुश हैं, भाजपा के आला नेताओं ने राहत की सास ली है।
सोमवार को कार्यकर्ताओं से संवाद करते हुए राहुल ने साफ कहा कि मध्यप्रदेश में पैराशूट से उतरने वाले नेताओं को टिकट नहीं दिया जाएगा। राहुल ने कार्यकर्ताओं को साफ संदेश देते हुए कहा कि चुनाव के समय कई उम्मीदवार अचानक से सामने आ जाते है, जो टिकट की मांग करते हैं।
राहुल ने कहा कि टिकट उसे ही मिलेगा जो पार्टी का कार्यकर्ता है और जिसने पार्टी के लिए काम किया है। राहुल ने कहा चुनाव के समय बाहर से आने वाले नेताओं का स्वागत है, लेकिन उनको किसी भी हाल में टिकट नहीं मिलेगा। इसके साथ ही राहुल ने सिफारिश पर टिकट की चाहत रखने वालों को निराश करते हुए कहा कि इस बार सिर्फ जीतने वाले को टिकट मिलेगा।
राहुल का ये बयान ऐसे समय आया है जब इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि चुनाव में कई भाजपा विधायक और नेता कांग्रेस से टिकट पाने की जुगाड़ लगा रहे हैं। इस कयास को उस वक्त और बल मिल गया था जब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भाजपा के 30 विधायकों के उनसे संपर्क में होने की बात कही थी। इसके बाद भाजपा में काफी हलचल बढ़ गई थी।
भाजपा इस बार चुनाव में एंटी इनकमबेंसी खत्म करने के लिए कई वर्तामान विधायकों के टिकट काटने की तैयारी में है। ऐसे में भाजपा को आंशका थी कि ये विधायक टिकट के लिए कांग्रेस का रुख कर सकते हैं। ऐसे में राहुल गांधी के बयान के बाद भाजपा नेता भले ही खुलकर कुछ भी कहने से बच रहे हों, लेकिन अंदर खाने तो खुश हैं।