रीवा में भाजपा के समर्थन में चुनावी जनसभा को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मैं आपसे आग्रह करने आया हूं कि कांग्रेस का एक भी नुमाइंदा जीतना नहीं चाहिए। एक भी जीतना नहीं चाहिए। ये कांग्रेस का अहंकार किसी की परवाह नहीं करना, अनाप-शनाप हर किसी का अपमान करना... ये जो उनका अहंकार है, उस अहंकार को चूर-चूर करने के लिए 28 नवंबर एक मौका है।
मोदी ने जनता को याद दिलाया कि केन्द्र और प्रदेश में भाजपा की डबल इंजन की सरकार होने से पिछले साढ़े चार साल में यहां तेजी से विकास हुआ है, जबकि इससे पहले शिवराज सरकार को केन्द्र की यूपीए सरकार से हर दिन अपने हकों के लिए लड़ाई लड़ना पड़ी। उन्होंने कहा कि 28 नवंबर को वोट डालने से पहले कांग्रेस के 55 साल और 15 साल के भाजपा शासन को पलभर के लिए याद कर लीजिए।
उन्होंने दिल्ली पर राज करने वाले शासकों की चार पीढ़ियों का शासन समाप्त होने को स्मरण करते हुए कहा, मुझे दिल्ली में लोग कहते हैं कि दिल्ली की एक विशेषता है। सतयुग देख लो, त्रेतायुग देख लो, मुगल सल्तनत देख लो, कहते हैं दिल्ली को एक ऐसा श्राप है कि किसी की कितनी ही सल्तनत बड़ी क्यों न हो, लेकिन चौथी पीढ़ी आने के बाद वह समाप्त हो जाती है।
पीएम ने कहा कि चौथी पीढ़ी के आगे किसी का कुछ बचता ही नहीं है। कांग्रेस का भी वही हाल हुआ है। वह अब चौथी पीढ़ी पर अटकी हुई है, अब बचने वाली नहीं है।
उन्होंने देश के 1.25 करोड़ लोगों को अपना परिवार बताते हुए कहा, आपके पुरुषार्थ और संकल्प से मैं जुड़ा हुआ हूं। आप 10 घंटे तो मैं 11, आप 14 घंटे तो मैं 15 घंटे काम करूंगा। परिवार का मुखिया जिस प्रकार परिवार की भलाई के लिए अपने आप को खपा देता है, मैं भी 1.25 करोड़ देशवासियों के अपने परिवार की भलाई के लिए पल-पल, तिल-तिल अपने आप को खपाता रहा हूं और मैं उसमें कमी नहीं आने दूंगा। इस बात का आपको विश्वास दिलाता हूं।
उन्होंने सवाल किया कि क्या 55 साल में कांग्रेस को सूरज नहीं दिखा। कांग्रेस के 55 साल के शासनकाल में प्रदेश में केवल 30 मेगावॉट ग्रीन एनर्जी का उत्पादन होता था, जबकि भाजपा के 15 साल के शासनकाल में 4000 मेगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादित होने लगी है।